हमारे देश में आज तक बहुत सारे जाने-माने लोगों को भारत रत्न देकर सम्मानित किया गया है और आपने भी इसके बारे में काफी बार सुना होगा. इसीलिए कई सारे लोगों के मन में यह सवाल भी उठता है कि आखिर ये भारत रत्न क्या है? और कब और किसे दिया जाता है?
तो अगर आप भी इस सवाल के जवाब के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं, तो आइये आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए भारत रत्न क्या है (Bharat in Hindi)? के बारे में बताएंगे और जिस व्यक्ति को भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है, उसे कौन सी सुविधाएं मिलती हैं? इससे जुड़ी पूरी जानकारी भी हम आपको आसान से आसान शब्दों में देंगे. तो शुरू करते हैं और पता लगाते हैं भारत रत्न के बारे में.
भारत रत्न क्या है? What is Bharat Ratna in Hindi
भारत रत्न एक सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जिससे गौरवान्वित व्यक्तियों को सरकार द्वारा राष्ट्रीय सेवा देने के लिए सम्मानित किया जाता है. भारत रत्न भारत सरकार द्वारा उन महानुभावों को दिया जाता है, जिन्होंने हमारे राष्ट्र सेवा के लिए असाधारण योगदान और उल्लेखनीय कार्य किए हैं. हमारे भारत देश में 2 जनवरी 1954 को भारत रत्न की स्थापना पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गयी थी.
भारत रत्न देने की सिफारिश भारत के प्रधानमंत्री के द्वारा राष्ट्रपति से की जाती है और उस व्यक्ति को राष्ट्रपति के द्वारा ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है. राष्ट्रपति के द्वारा भारत रत्न पाने वाले व्यक्ति को इस रत्न के साथ एक पदक और प्रमाण पत्र भी दिया जाता है.
भारत रत्न कब दिया जाता है?
हमारे भारत देश में कई सारे गौरवान्वित लोगों को भारत रत्न मिल चुका है, लेकिन ये भारत रत्न कब दिया जाता है? तो आइये अब हम इसी के बारे में समझ लेते हैं-
- जो व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में रहकर अपने देश के लिए कोई अहम काम करे, उस व्यक्ति को भारत सरकार द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है.
- भारत सरकार द्वारा भारत रत्न सम्मान विज्ञान, खेल ,कला, समाजसेवी, वैज्ञानिक, उच्च लोक सेवा, लेखक, उद्योग आदि को मान्यता देने के लिए दिया जाता है.
- भारत सरकार द्वारा भारत रत्न उस व्यक्ति को प्राप्त होता है, जो अपने कार्य के द्वारा और भारत के हित के लिए लोगों और विदेशों में भी अपनी एक अलग पहचान बनाता है.
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सबसे पहले भारत रत्न किसे मिला?
राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के द्वारा भारत रत्न की स्थापना होने के बाद यह सर्वप्रथम 1954 में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, सी.वी.रमण, सी. राजगोपालाचारी जी को दिया गया था.
1955 में इस भारत रत्न को व्यक्ति के मरणोपरांत देने का भी फैसला किया गया था. जबकि इससे पहले सिर्फ जीवित लोगों को ही यह पुरस्कार दिया जाता था. इसके अलावा 2013 में सचिन तेंदुलकर को भी भारत रत्न से सम्मानित करते हुए खेल जगत को भी इस रत्न से सम्मान के प्रावधान में जोड़ा गया.
भारत रत्न पाने वालो को क्या मिलता है?
भारत रत्न पाने वाला व्यक्ति बहुत ही गौरवशाली व्यक्ति होता है. हमारे देश में ऐसे कई सारे लोग हैं जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया है. आइए जानते हैं कि भारत रत्न पाने वालो को क्या मिलता है?
- भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को VVIP का दर्जा देते हुए, उसका सम्मान किया जाता है.
- 1 पदक के साथ प्रमाण पत्र दिया जाता है.
- भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को भारत में जीवन भर रेलवे में फर्स्ट क्लास की सुविधा मुफ्त में दी जाती है और साथ ही उस व्यक्ति को हवाई यात्रा और एयर इंडिया की यात्रा भी मुफ्त में कराई जाती है.
- जरूरी सरकारी कार्यक्रमों में भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को आमंत्रित किया जाता है. और साथ ही उनका सम्मान भी किया जाता है.
- भारतीय दूतावास के द्वारा भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को विदेशी दौरे के दौरान उचित सुविधा प्रदान की जाती है.
- किसी भी तरह की कोई भी रकम, इस भारत रत्न के साथ नहीं दी जाती है.
- किसी भी यात्रा या विदेश यात्रा के दौरान भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है.
- उन्हें डिप्लोमेटिक पासपोर्ट की सुविधा भी प्राप्त कराई जाती है.
- इस रत्न से सम्मानित व्यक्ति को राज्य सरकार द्वारा अतिथि की तरह सम्मान दिया जाता है और उस व्यक्ति को उचित सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं.
यह मेडल कैसा दिखता है?
पहले भारत रत्न का मेडल स्वर्ण पदक 35 मिमी गोलाकार होता था और इस स्वर्ण पदक में सूर्य का चित्र बना हुआ था, और इस चित्र के ऊपर भारत रत्न हिंदी में लिखा गया था. वहीं नीचे की तरफ पुष्प हार बना हुआ था. उस भारत रत्न के पीछे राष्ट्रीय चिन्ह बना कर वाक्य लिखा होता था.
इस समय आपको भारत रत्न के अंदर तांबे के बने पीपल के पत्ते पर चमकता हुए सूर्य दिखेगा जो की अब प्लेटिनम का बना हुआ है और इसके नीचे की तरफ चांदी से भारत रत्न लिखा गया है.
भारत रत्न विजेता लिस्ट
भारत रत्न से सम्मानित होने वाले महानुभाव की लिस्ट इस प्रकार है –
- डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1954)
- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (1954)
- डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रमन (1954)
- जवाहरलाल नेहरू (1955)
- डॉ. मोक्षगुंडम विवेस्वरया (1955)
- डॉ. भगवान दास (1955)
- डॉ. धोंडो केशव कर्वे (1958)
- पं गोविंद बल्लभ पंत (1957)
- पुरुषोत्तम दास टंडन (1961)
- डॉ. बिधान चंद्र रॉय (1961)
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद (1962)
- डॉ. जाकिर हुसैन (1963)
- कुमारस्वामी कामराज (1976)
- डॉ. पांडुरंग वामन केन (1963)
- लाल बहादुर शास्त्री (1966)
- इंदिरा गांधी (1971)
- वराहगिरी वेंकट गिरी (1975)
- वराहगिरी वेंकट गिरी (1975)
- कुमारस्वामी कामराज (1976)
- मदर टेरेसा (1980)
- आचार्य विनोबा भावे (1983)
- खान अब्दुल गफ्फार खान (1987)
- मरुदुर गोपालन रामचन्द्रन (1988)
- डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर (1990)
- डॉ. नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला (1990)
- राजीव गांधी (1991)
- सरदार वल्लभ भाई पटेल (1991)
- मोरारजी रणछोड़जी देसाई (1991)
- सत्यजीत रे (1992)
- जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा (1992)
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (1992)
- अरुणा आसफ अली (1997)
- गुलजारी लाल नंदा (1997)
- डॉ. अबुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (1997)
- मदुरै शनमुखावदिवु सुब्बुलक्ष्मी (1998)
- चिदंबरम सुब्रमण्यम (1998)
- पंडित रविशंकर (1999)
- लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई (1999)
- लोकनायक जयप्रकाश नारायण (1999)
- प्रो अमर्त्य सेन (1999)
- उस्ताद बिस्मिल्लाह खान (2001)
- लता दीनानाथ मंगेशकर (2001)
- पंडित भीमसेन जोशी (2008)
- सचिन तेंदुलकर (2014)
- सीएनआर राव (2014)
- मदन मोहन मालवीय (2015)
- अटल बिहारी वाजपेयी (2015)
- भूपेन हजारिका (2019)
- नानाजी देशमुख (2019)
- प्रणब मुखर्जी (2019)
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भारत रत्न से जुड़ी कुछ अहम बातें
भारत रत्न से जुड़ी कुछ अहम बातें इस प्रकार हैं:
- 1954 से अब तक भारत रत्न का सम्मान 48 महानुभावो को मिल चुका है. यह सम्मान राष्ट्रपति के द्वारा प्रतिवर्ष 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन सम्मानित किया जाता है.
- भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को VVIP का दर्जा दिया जाता है और व्यक्ति के भारत रत्न से सम्मानित होने के बाद उसे प्रोटोकॉल में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, लोकसभा स्पीकर, मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व उपराष्ट्रपति, पूर्व मुख्यमंत्री और संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद की जगह मिलती है.
- भारत रत्न हर साल दिया जाएगा यह जरूरी नहीं है. यह सम्मान कब और कैसे दिया जाएगा, ये सब बातें केंद्र सरकार पर निर्भर करती हैं.
- भारत रत्न का सम्मान 1966 में बदलकर मरणोपरांत लेने का प्रावधान किया गया. इससे पहले यह प्रावधान नहीं था.
- 13 जुलाई 1977 से 26 जनवरी 1980 के बीच इस सम्मान को निलंबित कर दिया गया था. एक साल में केवल तीन लोगों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जा सकता है.
- असाधारण उपलब्धि प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को भी 2011 से खेल के क्षेत्र में भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाने लगा.
- प्रथम भारतीय महिला इंदिरा गांधी भारत रत्न से सम्मानित की गई थी.
- सबसे कम उम्र में भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति सचिन तेंदुलकर हैं और अधिक उम्र में डीके कर्वे जी हैं, जो 100 साल की उम्र में भारत रत्न से सम्मानित किए गए थे.
- मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित सुभाष चंद्र बोस जी को किया गया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एक जनहित याचिका के द्वारा मरणोपरांत शब्द वापस लिया गया. क्योंकि सुभाष चंद्र बोस की मौत को लेकर विवाद था.
- केवल भारतीय नागरिकों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है. वैसे यह कोई लिखित प्रावधान नहीं है.
- भारत रत्न पाने वाले व्यक्ति को इनकम टैक्स नहीं भरना पड़ता और वह संसद के किसी भी कार्य में भी भाग ले सकता है. और ये खास तौर पर गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर भी भाग ले सकते हैं.
- भारत के किसी भी राज्य में घूमने के लिए जाने पर भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को एक अतिथि का दर्जा दिया जाता है.
निष्कर्ष (Conclusion):
उम्मीद करती हूँ आपको मेरा यह लेख “भारत रत्न क्या है, कब और किसे दिया जाता है” जरूर पसंद आया होगा. मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है भारत रत्न (Bharat Ratna in Hindi) से संबंधित सभी जानकारियां आप तक पहुंचाने की ताकि आपको इस विषय के संदर्भ में किसी दूसरी वेबसाइट पर जाने की जरूरत ना पड़े. अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो या कुछ नया सीखने को मिला हो तो कृपया इसे दूसरे सोशल मीडिया नेटवर्क पर शेयर जरुर करें.