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GPS क्या है और कैसे काम करता है? – जानिए पूरी जानकारी

अगर आप जानना चाहते हैं GPS क्या है (What is GPS in Hindi) और यह कैसे काम करता है? तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं. यहाँ आपको GPS के बारे में हर जानकारी बिलकुल सरल तरीके से हिंदी में भाषा में पढ़ने को मिलेगी. इंसान प्राचीनकाल से ही अपना रास्ता पता करने के लिए आसमान की तरफ देखता आया है. प्राचीन काल में नाविक भी अपनी Current Location का पता लगाने के और आगे का रास्ता ढूंडने के लिए नक्षत्रों का प्रयोग करते थे.

लेकिन आज के युग में हम सभी को एक ऐसे Hand-Held GPS receiver की जरूरत है जिससे दुनिया में हमारी वर्तमान स्थिति का सही पता लगाया जा सके. और इसी मकसद को पूरा करने के लिए GPS system का आविष्कार किया गया. इसलिए आज के इस आर्टिकल में मैं आपके साथ GPS के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में शेयर करूंगा. तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं GPS क्या है के बारे में.

GPS क्या है? – What is GPS in Hindi

GPS क्या है

Global Positioning System जिसे NavStar के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसा system जिसका इस्तेमाल smartphone या car में रास्ते का पता लगाने और अपनी वर्तमान location जानने के लिए किया जाता है. इस system को सबसे पहले US military ने बनाया और 1993 में इसे आम लोगों के इस्तेमाल के लिए उपलब्ध करवा दिया गया.

रूस द्वारा भी बिलकुल ऐसा ही system develop किया गया जिसे GLONASS के नाम से जाना जाता है. कई modern GPS receivers अपनी accuracy और coverage बढ़ाने के लिए  GPS और Russian GLONASS satellites दोनों का इस्तेमाल करते हैं.

वर्तमान युग में हम नक्षत्रों की जगह satellites का इस्तेमाल करते हैं. इन्ही satellites के समूह को GPS System कहा जाता है. अतंरिक्ष में धरती के चारों और 30 से अधिक Navigation Satellites चक्कर काट रहे हैं जो भूमध्य रेखा की ओर 55 degree झुके हुए हैं.

ये satellites धरती कि सतह से 20,000Km की ऊंचाई पर एक दिन में 2 चक्कर लगाते हैं. इन satellites की परिक्रमा कुछ इस तरह से सेट की गई है कि ये धरती कि अधिकांश जगहों से देखने पर 6 ही दिखाई देते हैं.

GPS का Basic Structure क्या है?

GPS के तीन Segments हैं, जिसे GPS का Three-block Configuration भी कहा जाता है. जो इस प्रकार हैं:

1.Space Segment (Satellite)
2.Control Segment (Ground Stations)
3.User Segment (Receiver)

>Space Segment – इसमें Satellites आसमान में उन तारों की भांति ही कार्य करते हैं जिनका इस्तेमाल प्राचीन काल में location जानने के लिए किया जाता है. ये orbit से signal धरती पर भेजते हैं जिनको GPS receivers
प्राप्त करते हैं. Satellites को धरती के चारों तरफ 6 orbits में तैनात किया जाता है जिनकी ऊंचाई लगभग 24,000 km होती है. प्रत्येक orbit में 4 satellites होते हैं. ये सभी satellites 12 घंटे के अंतराल पर धरती के चक्कर लगाते हैं.

>Control Segment – Ground Stations radar का इस्तेमाल करके इन satellites की उस location को confirm करते हैं जहाँ इनको होना चाहिए. साथ ही इन satellites में हो रही किसी भी तरह की खराबी का पता लगाते हैं. Ground Stations का मुख्य role satellite की monitoring, controlling और maintaining करना है.

>User Segment – यहाँ Receivers satellites द्वारा भेजे गए signals को receive करते हैं और इनसे अपनी दूरी को calculate करके धरती पर अपनी location का पता लगाते हैं.

GPS कैसे काम करता है? – How Does GPS Work in Hindi

GPS बहुत ही जटिल technology का इस्तेमाल करता है, लेकिन इसका concept बहुत ही simple है.

पृथ्वी पर किसी भी समय, एक receiver की नजरों में कम से कम 4 GPS Satellites होते हैं. इनमे से प्रत्येक GPS satellite अपनी position और निश्चित समय की सूचना GPS receiver को भेजता रहता है. GPS Receiver प्रत्येक GPS Satellite से signal receive करता है. Basic GPS service उपयोगकर्ता को 7.8 meter और 95% समय की सटीकता देता है.

इसे पूरा करने के लिए सभी 31 satellites धरती पर receivers को signal भेजते हैं और ये receivers इन signals को भेजे जाने वाले समय और प्राप्त करने के समय के बीच का अंतर पता करते हैं.  GPS satellites अपने साथ एक atomic clock रखता है जो बिलकुल सटीक समय बताती है.

satellites द्वारा broadcast की जाने वाली  information को code में रखा जाता है जिसे प्राप्त करके एक receiver लगातार signal के broadcast होने के सही समय का पता लगाता है. ये signal अपने साथ उस data को लिए रखते हैं जिसका इस्तेमाल करके receiver satellites की location का पता लगाता है और वो सभी adjustments करता है जिसकी जरूरत current location पता करने के लिए पड़ती है.

Receiver satellites द्वारा भेजे गए signals के broadcast होने और receive करने के समय की गणना करता है और receiver और satellite के बीच की दूरी का पता लगाता है. तीन satellites की range और signal भेजने वाले satellite की location की जानकारी के साथ receiver अपनी three-dimensional position की गणना कर सकता है.

इन तीनो signals से range की गणना करने के लिए GPS के साथ एक atomic clock को synchronize करने की आवश्यकता होती है. हालांकि, चौथे satellite से measurement लेने के बाद receiver को atomic clock की जरूरत नहीं पड़ती. इस प्रकार receiver अक्षांश, देशांतर और ऊंचाई की गणना करने के लिए चार satellites का उपयोग करता है.

GPS का Full form क्या है?

GPS का फुल फॉर्म – Global Positioning System है. इसके इस्तेमाल से कोई भी व्यक्ति दुनिया में कहीं पर भी रहते हुए धरती पर अपनी Position का सही पता लगा सकता है. इसके इस्तेमाल से सम्पूर्ण पृथ्वी का Map देखा जा सकता है और एक स्थान से दुसरे स्थान पर जाने के लिए रास्तों का भी पता लगाया जा सकता है.

GPS का इतिहास – History of GPS in Hindi

GPS की उत्पति स्पुतनिक युग में तब हुई जब वैज्ञानिक radio signals में बदलाव के साथ satellites को ट्रैक करने में सक्षम थे जिसे Doppler Effect के रूप में जाना जाता था. अमेरिकी नौसेना ने परमाणु मिसाइल ले जाने वाली पनडुब्बियों को track करने के लिए लिए 1960 के मध्य में satellite navigation experiments का आयोजन किया. ध्रुवों की परिक्रमा करने वाले 6 satellites के साथ पनडुब्बीयां doppler में होने वाले satellite changes को observe करने और पनडुब्बी के स्थान का पता लगाने में सक्षम थी.

1970 की शुरुआत में Department OF Defence US (DOD, रक्षा विभाग) एक मजबूत और stable satellite navigation system उपलब्ध करना चाहते थे. नौसेना वैज्ञानिकों के previous ideas को अपनाते हुए DOD ने अपने प्रस्तावित navigation system को support देने के लिए satellites को use करने का फैसला लिया.

इन ideas को follow करते हुए DOD ने 1978 में Timing और Ranging (NAVSTAR) satellite के साथ अपना पहला navigation system launch किया. इसके बाद 1993 में 24 satellites प्रणाली को पूरी तरह से चालू कर दिया गया.

GPS क्या है

GPS Tracking के प्रकार

मूल रूप से GPS ट्रैकिंग के तीन types हैं, जो इस प्रकार हैं.

1.Data Pushers
2.Data Pullers
3.Data Loggers

Data Pushers

इनका इस्तेमाल किसी personal tracking, asset tracking या किसी प्रकार के vehicle को track करने के लिए किया जाता है. इस तरह की tracking में किसी भी personal vehicle या asset की location कम समय के अंतराल पर server पर भेजी जाती है जहाँ पर data को store किया जाता है और बहुत ही बारीकी के साथ examine किया जाता है.

जहाँ तक vehicle पर नजर रखने की बात है, GPS tracking unit सिर्फ vehicle की position ही नहीं बताता बल्कि वह speed भी analyze करता है जिस पर vehicle चल रहा होता है.

ये units सभी जरुरी जानकारियां server पर भेजती हैं जहाँ सभी जरुरी coordinates को analyze किया जाता है और इन्हें device में स्टोर किया जाता है. इन GPS Trackers का इस्तेमाल कोई भी कर सकता है, security agencies द्वारा किसी संदिग्ध पर नजर रखने और parents द्वारा अपने बच्चो की position और उनकी activities का पता लगाने के लिए इनका उपयोग किया जाता है.

Data Pullers

डाटा पुलर्स का काम भी Data pushers की तरह location track करने का है. लेकिन ये Data pushers की तरह server पर information भेजते नहीं, बल्कि जरुरी data भेजने के लिए request करते हैं. इसके अलावा Data pusher data को नियमित अंतराल पर भेजते हैं, जबकि Data pullers हमेशा on रहते हैं और किसी भी समय डाटा retrieve करने के लिए उपयोग में लाए जा सकते हैं.

Data Loggers

इनका इस्तेमाल किसी भी vehicle या person की position को इसकी internal memory में store करने के लिए किया जाता है.

इस प्रकार तीनों types की GPS Tracking units किसी भी specified vehicle या person की exact location को ट्रैक करने के लिए बहुत ही beneficial और helpful है.

Atomic Clock क्या है?

यह atoms के periodic movements के माध्यम से समय calculate करने का एक साधारण तरीका है. Atomic Clock का इस्तेमाल करके Global Positioning Unit एक ऐसा Timing Mechanism प्रदान करता है जो GPS accuracy को सटीकता के साथ calculate करने की आज्ञा देता है.

GPS System के Advantages

GPS सिस्टम के फायदे कुछ इस प्रकार हैं:

> GPS के इस्तेमाल से navigate करना बहुत ही आसान है. यह आपको आपकी destination तक पहुँचाने के लिए रास्ते में आने वाले हर मोड़ के लिए दिशा बताएगा.

> इस system को US government द्वारा लगातार Update किया जाता है इसलिए यह बहुत advance है.

> GPS का सबसे ज्यादा लुभाने वाला feature धरती पर इसकी coverage है जो 100 प्रतिशत है.

> GPS आपको हर प्रकार के मौसम में बिलकुल सटीक जानकारी देगा. इसके ऊपर खराब मौसम का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता.

> दुसरे navigation system के मुकाबले GPS की cost बहुत ही कम है.

> कम किमत होने की वजह से इसे दूसरी technologies जैसे की smartphone, में आसानी से integrate किया जा सकता है.

> यह आपको नजदीकी restaurants, hotels, petrol pumps, gas stations और नए places के बारे में बताता है.

> यह पानी के अंदर navigate करने के लिए सबसे best system है.

GPS System के Disadvantages

GPS सिस्टम के नुकसान कुछ इस प्रकार हैं:

> कई बार कुछ reasons की वजह से GPS system काम करना बंद कर देता है और ऐसी स्थिति में आपको backup map और directions पर ही निर्भर रहना पड़ता है.

> कभी कभी कुछ रुकावटों की वजह से जैसे कि buildings, trees और magnetic storms की वजह से GPS signals accurate नहीं होते.

> अगर आप GPS का इस्तेमाल किसी battery operated device में कर रहे हैं तो आपको battery failure का सामना करना पड़ सकता है और external power supply की जरूरत पड़ सकती है, जो हमेशा possible नहीं है.

Global Positioning System (GPS) के Uses क्या-क्या है?

वैसे तो GPS के बहुत सारे uses हैं, लेकिन यहाँ हम आपको इसके 8 प्रमुख uses के बारे में बताएंगे.

1. Location Tracking- यह GPS का सबसे मुख्य और सामान्य application है. बहुत से adventure lovers के अपने खुद के GPS Trackers होते हैं, जो लोग लंबी यात्रा करने के शौकीन होते हैं उनके लिए यह बहुत ही beneficial है. उदाहरण क लिए अगर आप कहीं लंबी यात्रा पर गए है और अपने दोस्तों से अलग हो जाते हैं तो GPS आपको एक दुसरे की Location share करके नजदीक लाने में मदद करेगा.

अगर आप किसी road trip पर हैं या किसी स्थान के लिए यात्रा कर रहे हैं और रास्ते से अनजान है, तो GPS सही समय पर  best और shortcut route के साथ आपको आपकी मंजिल तक पहुँचाने में मदद करेगा.

2. Mapping और Surveying – GPS का इस्तेमाल Mapping और Surveying projects में भी किया जा सकता है. GPS का इस्तेमाल survey के लिए किया जाता है जिससे company के लिए cost और time दोनों की बचत होती है.

3. Preventing Vehicle Theft – Anti-theft device के रूप में GPS का इस्तेमाल बहुत ही जबरदस्त है. अगर आपने अपनी car या किसी vehicle पर GPS tracking device को install कर रखा है और vehicle चोरी हो जाता है तो आप इसे locate और trace कर सकते हैं.

4. Flying Planes – Aircraft आसमान में अपना रास्ता खोजने के लिए GPS का ही इस्तेमाल करता है. इसकी मदद से commanding station plane की movements और route को track करने में सक्षम होते हैं. Plane पर install किया गया Tracker या black box गायब हो चुके plane को खोजने में मदद करता है.

5.Military – Soldiers द्वारा किसी अनजान जगह या अंधेरे वाले स्थान पर objectives को खोजने के लिए GPS का इस्तेमाल किया जाता है. बहुत सारे Military हथियारों में मैदानी और हवाई क्षेत्र में enemies को target करने के लिए GPS का इस्तेमाल होता है.

6.Emergency में Easy Access – किसी isolated area में accident होने पर emergency cases में आप अपने smartphone में pre-programmed emergency numbers पर कॉल करके तुरंत मदद बुला सकते हैं. इसका सबसे बेहतरीन उपयोग यह है की स्थान का विवरण दिए बिना भी आपातकालीन चालक दल आपकी current location का पता लगा सकते हैं.

7.Criminals को Track करने के लिए  – पुलिस और जांचकर्ताओं द्वारा भी किसी criminal को track करने के लिए GPS का इस्तेमाल किया जाता है. अधिकारी crime वाली जगह का पता लगाने के लिए संदिग्ध vehicle पर एक छोटा सा GPS device लगा देते हैं और उस स्थान पर आसानी से पहुंच जाते हैं.

8. Health और Fitness Technology – आपकी fitness activities को Track करने के लिए Smartwatches जैसी wearable technology में GPS का इस्तेमाल किया जाता है.

Conclusion

मुझे उम्मीद है आपको मेरा ये Article ”GPS क्या है (What is GPS in Hindi) और कैसे काम करता है?” जरुर पसंद आया होगा. मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है “GPS” विषय से जुड़ी हर जानकारी को सरल शब्दों में explain करने की ताकि आपको इस Article के सन्दर्भ में किसी दूसरी site पर जाने की जरूरत ना पड़े.

अगर आपके मन में इस article को लेकर किसी भी तरह का कोई doubt है या आप चाहते हैं इसमें कुछ सुधार हो तो आप नीचे comment box में लिख सकते हैं.

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Rahul Chauhan
Rahul Chauhanhttps://hindivibe.com/
Rahul Chauhan, Hindivibe के Author और Founder हैं. ये एक B.Tech डिग्री होल्डर हैं. इन्हें विज्ञान और तकनीक से संबंधित चीजों के बारे में जानना और लोगों के साथ शेयर करना अच्छा लगता है. यह अपने ब्लॉग पर ऐसी जानकारियां शेयर करते हैं, जिनसे कुछ नया सिखने को मिले और लोगों के काम आए.

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