आजकल सोशल मीडिया नेटवर्क पर Podcast शब्द काफी ट्रेंड कर रहा है. लेकिन Podcast क्या है? इसके बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी है. अगर आप भी उनमे से एक हैं तो घबराएं नहीं, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में मै आपके साथ पॉडकास्ट क्या होता है (Podcast Meaning in Hindi) और पॉडकास्टिंग कैसे करें की जानकारी शेयर करूंगा. जिसे पढ़ने के बाद आपको podcast से संबंधित सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे.
जब भी किसी जानकारी को social media पर वीडियो या लिखित में अपलोड करने की बजाय सिर्फ voice यानी कि आवाज के साथ डाला जाता है तो उसे podcast कहते हैं, और इस प्रक्रिया को podcasting कहा जाता है.
जिस तरह से लोग वीडियो देखना और आर्टिकल्स पढ़ना पसंद करते हैं, उसी तरह से लोग आजकल जानकारियों को पॉडकास्ट के रूप में सुनना भी पसंद कर रहे हैं.
Podcast सुनने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और google पर भी podcast सर्च करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसलिए आज के इस लेख में मै आपको पॉडकास्ट के बारे में बताऊंगा और साथ ही पॉडकास्ट के नुकसान और फायदों के बारे में भी जानकारी शेयर करूँगा. तो चलिए आगे बढ़ते हैं बिना किसी देरी के और जानते हैं पॉडकास्ट की जानकारी हिंदी में.
Podcast क्या है? – What is Podcast in Hindi
पॉडकास्ट, किसी विशेष टॉपिक या थीम पर बोले गए शब्दों की डिजिटल ऑडियो फाइल के रूप में एक सीरीज होती है. जिसे हम अपने पर्सनल डिवाइस से ऑनलाइन या download कर बड़ी ही आसानी से सुन सकते हैं. इसके लिए podcast services और applications का उपयोग किया जाता है.
आप अपने पसंदीदा ब्लॉग, शो या कोई टॉपिक की रिकॉर्डिंग को एक ही स्थान या केंद्र (जैसे Google Podcast या Apple Podcast) पर किसी भी समय सर्च कर सकते हैं, सुन सकते हैं या डाउनलोड कर सकते हैं. फिर चाहे वो आपकी कार हो, काम वाली जगह हो या वर्कआउट का स्थान आप कहीं भी podcast सुन सकते हैं.
Dictionary की परिभाषा के अनुसार podcast एक डिजिटल ऑडियो फाइल है जिसे इंटरनेट पर कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस के जरिए डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध कराया गया है. आमतौर पर यह एक सीरीज के रूप में उपलब्ध होती है, जिसकी नई किश्ते अपने आप subscribers के पास डिलीवर हो जाती हैं.
पॉडकास्ट का इस्तेमाल व्यक्तियों द्वारा अपने संदेश को स्वतंत्र रूप से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने और समान रुचियों वाले लोगों का समुदाय बिल्ड करने के लिए किया गया था. लेकिन आजकल podcast व्यक्तियों द्वारा, कंपनियों द्वारा, रेडियो नेटवर्क्स, टीवी नेटवर्क्स, कॉमेडियन, कहानीकारों इत्यादि द्वारा जारी किया जाता है.
Youtube चैनल्स की तरह ही podcast के चैनल्स को सब्सक्राइब किया जा सकता है और नए एपिसोड आने पर notifications प्राप्त किए जा सकते हैं.
इसमें पहले से निर्धारित की गई कोई लम्बाई, फॉर्मेट, स्टाइल, प्रोडक्शन लेवल या कुछ और नहीं होता. इसमें एपिसोड्स को प्रतिदिन podcast किया जा सकता है या हफ्ते में एक बार या फिर क्रिएटर की इच्छानुसार डाला जा सकता है.
Podcast कैसे काम करता है?
आज से पहले जब podcast अस्तित्व में नहीं था तब केवल Radio ही एकमात्र ऐसा साधन था जहां हम audio shows को सुनते थे. ऐसे में आम लोगों द्वारा अपना radio show चलाना और उसे बड़ी संख्या में लोगों तक पहुँचाना संभव नहीं था. दशकों पहले इसके लिए काफी सारे connections की आवश्यकता होती थी.
लेकिन इंटरनेट आने के बाद आप बड़ी ही आसानी से अपना रेडियो शो चला सकते हैं और लाखों की संख्या में लोगों तक अपनी आवाज पहुंचा सकते हैं. जिस तरह ब्लॉगिंग और सोशल मीडिया ने लगभग किसी को भी कंप्यूटर के साथ एक प्रामाणिक रिपोर्टर बनने में सक्षम बनाया है, उसी प्रकार पॉडकास्टिंग कंप्यूटर के साथ लगभग किसी को भी रेडियो डिस्क जॉकी, टॉक शो होस्ट या रिकॉर्डिंग कलाकार बनने की अनुमति देता है.
हालाँकि podcast को सबसे पहले तकनीकी सेट के भीतर लोकप्रियता मिली, लेकिन बाद में इसने आम जनता पर अपनी पकड़ बना ली. आप इंटरनेट पर किसी एक पॉडकास्ट वेबसाइट पर लॉग ऑन कर सकते हैं और अपनी इच्छानुसार म्यूजिक, खेल इत्यादि से संबंधित सामग्री डाउनलोड कर सकते हैं.
Podcasting के जरिए Blogging को डिजिटल ऑडियो तकनीक के साथ जोड़ा जा सकता है, जो कंटेंट की एक एंडलेस सप्लाई बनाता है.
Podcasting एक बड़े पैमाने की सर्विस है जो इंटरनेट यूजर्स को उनके कंप्यूटर, मोबाइल डिवाइस या पर्सनल ऑडियो प्लेयर पर podcasting websites से ऑडियो फाइल्स सुनने और डाउनलोड करने (Mp3 फॉर्मेट में) की सुविधा उपलब्ध कराता है. यह टर्म iPOD और broadcasting के combination से बनाई गई है.
इसमें इंटरनेट रेडियो के विपरीत किसी विशेष ब्रॉडकास्ट को ट्यून करने की जरूरत नहीं है. इसकी जगह podcast को डिमांड पर डाउनलोड किया जा सकता है या RSS (Really Simple Syndication) feed के जरिए सब्सक्राइब किया जा सकता है, जो नए podcast को automatically आपके कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस पर डाउनलोड कर देता है.
Podcast कैसे इस्तेमाल करें?
Podcast क्या होता है और कैसे काम करता है यह तो आपने जान लिया, आइये अब जानते हैं podcast इस्तेमाल कैसे करें के बारे में.
Podcast कैसे सुने?
पॉडकास्ट को सुनना बहुत आसान है. अगर आपके पास एक smartphone है तो आपको अपने फ़ोन के app store से एक podcast app डाउनलोड करना होगा. Podcast सुनने के लिए Spotify, Apple Podcast, Google Podcasts और Stitcher कुछ पॉपुलर platforms है जहाँ podcast को सुना जा सकता है.
अगर आपके पास smartphone नहीं है तो आप ऑनलाइन podcast directories ( Spotify, Apple Podcast, Google Podcasts इत्यादि) पर विजिट कर सकते हैं या, अगर आप podcast का नाम जानते है तो सीधा उसकी वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप podcast को सुनने के साथ-साथ पसंद आने पर उसे डाउनलोड भी कर सकते हैं.
Podcasting कैसे करें? – How to Start a Podcast in Hindi
Podcast करने के लिए आपके पास एक कंप्यूटर या smartphone का होना जरूरी है जिसमें इंटरनेट चलता हो. इसके बाद आपको अच्छे से काम करने वाला एक podcast प्लेटफार्म का चयन करना होगा. अगर आप अपने कंप्यूटर से podcasting करना चाहते है तो नीचे दी गई websites पर विजिट कर सकते हैं.
वहीं अगर आप अपने smartphone का इस्तेमाल कर podcasting करना चाहते हैं तो इन प्लेटफॉर्म के app को डाउनलोड कर सकते हैं. अगर आप पहली बार पॉडकास्टिंग करने जा रहे हैं तो आप Anchor App से ट्राई करें, क्योंकि यह app इस्तेमाल करने में काफी आसान है और अधिक लोकप्रिय है. इसे आप नीचे दिए गए links पर क्लिक कर डाउनलोड कर सकते हैं.
जैसे ही आप इन प्लेटफॉर्म्स की website या app पर विजिट करते हैं तो आपको sign up कर account बनाने के लिए कहा जाएगा. अकाउंट बनने के बाद आप अपनी आवाज़ को रिकॉर्ड कर अपना podcast अपलोड कर सकते हैं. अगर आप विस्तार से podcasting करना सीखना चाहते हैं तो आप अन्य Blogs या Youtube के जरिए इसे सीख सकते हैं.
Podcast किस विषय या टॉपिक पर बनाएं?
अगर आप कंफ्यूज हैं कि किस टॉपिक पर podcast बनाया जाए तो यहाँ मै आपको कुछ topics बता रहा हूँ जिनपर आप अपना podcast शुरू कर सकते हैं. अगर आप सच में podcast बनाने के लिए सीरियस हैं तो उसी टॉपिक का चयन करें जिसमें आपकी रूचि हो. क्योंकि ऐसा करने पर आप बड़ी आसानी से लम्बे समय तक पॉडकास्टिंग कर सकते हैं और लोगों को अच्छे से समझा सकते हैं. अगर लोगों को आपका podcast पसंद आता है तो आपके listeners की संख्या में भी इजाफा होगा.
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Podcast का इतिहास
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पॉडकास्ट को सन 2004 में भूतपूर्व MTV विडियो जॉकी Adam Curry और सॉफ्टवेयर डेवलपर Dave Winer द्वारा डेवेलोप किया गया था. Adam Curry ने iPodder नामक एक प्रोग्राम लिखा जो उसे उसके iPOD पर इंटरनेट रेडियो ब्रॉडकास्ट को automatically डाउनलोड करने में सक्षम बनाता था. इसके बाद कई developers ने उनके इस आईडिया पर आगे काम किया और फिर podcasting का आधिकारिक तौर पर जन्म हुआ. Curry खुद कई लोकप्रिय पॉडकास्ट की मेजबानी कर चुके हैं, जिनमें से सबसे हाल ही में No Agenda नामक एक शो है.
Podcast का इस्तेमाल informational और educational उद्देश्यों के लिए भी किया जाता है. जैसे कि self guided walking tours, talk shows और training ये सब podcasting के जरिए उपलब्ध है.
अब Podcasting एक प्रॉफिट देने वाला बिज़नस बन चुका है. वर्ष 2019 में स्टेट ऑफ़ दी न्यूज़ मीडिया रिपोर्ट दी प्यू रिसर्च सेंटर ने पाया की U.S. के लगभग 50 प्रतिशत युवाओं ने podcast सुना था और इनमे आधे ऐसे हैं जिन्होंने सर्वेक्षण के एक सप्ताह पहले podcast सुना था.
Podcast के फायदे
समय की बचत होती है
Podcast सुनने का सबसे बड़ा फायदा होता है समय की बचत. क्योंकि podcast को आप अपना कोई भी काम करते हुए सुन सकते हैं और नॉलेज ले सकते हैं या एन्जॉय कर सकते हैं. उदाहरण के लिए कार चलाते हुए या किचन में काम करते हुए या फिर gym करते समय कहीं भी आप पॉडकास्ट को सुन सकते हैं. इसके लिए आपको अपना काम रोकने की जरूरत नहीं होगी और समय की बचत होगी.
Battery और Data की बचत होती है
Podcast सुनते समय battery और data दोनों की ही बचत होती है. क्योंकि इसमें वीडियो कंटेंट के मुकाबले power consumption बहुत ही कम होता है और laptop या smartphone की बैटरी लाइफ बढ़ जाती है. साथ ही वीडियो कंटेंट के मुकाबले डाटा की खपत भी बहुत कम होती है. अगर आपके फ़ोन में इंटरनेट स्पीड धीमी है या डाटा कम है तो आप podcast सुन सकते हैं.
खाली समय का सदुपयोग
पॉडकास्ट के जरिए हम खाली समय का सदुपयोग करते हुए कहीं पर भी किसी विशेष टॉपिक पर जानकारी जुटा सकते हैं और नॉलेज प्राप्त कर सकते हैं. ये जानकारियां आपको ऑडियो फॉर्मेट में प्राप्त होंगी. इस प्रकार हमारे समय का सही उपयोग होता है और कुछ नया सीखने को मिल जाता है.
Podcasting सुनने के लिए किसी निश्चित समय की जरूरत नहीं
पॉडकास्टिंग को आप कभी भी कहीं भी और किसी भी टाइम सुन सकते हैं. इसमें रेडियो या टीवी शो की तरह निश्चित समय पर लोग ओन या ट्यून करने की जरूरत नहीं है.
Podcast काफी सस्ता है
Podcast एडवरटाइजर और पॉडकास्टर दोनों के लिए ही महंगा नहीं है. इसके सेटअप और बनाने की कीमत काफी कम है. इसलिए पॉडकास्ट का इस्तेमाल कर एक बड़ी संख्या में audienses तक पहुंचा जा सकता है वो भी कम कीमत में.
Podcast के नुकसान
इंटरनेट के बिना Podcast संभव नहीं
रेडियो सुनने के लिए आपको पॉवर के अलावा किसी दूसरी चीज की जरूरत नहीं होती. लेकिन Podcast सुनने के लिए आपको पॉवर के साथ-साथ इंटरनेट की आवश्यकता होगी. इसके लिए आपके smartphone या computer में डाटा प्लान का होना जरुरी है जो आपको podcast सुनने के लिए इंटरनेट मुहैया कराता है. बिना इंटरनेट podcast सुनना संभव नहीं है.
IP और Content को बचाना मुश्किल काम है
आपके IP और content को किसी दूसरे पॉडकास्टर के द्वारा कॉपी होने से बचाना काफी मुश्किल काम है. कोई भी आपके कंटेंट को बड़ी ही आसानी से बदल या मॉडिफाई कर सकता है और उसे अपलोड कर सकता है. इस तरह के मामलों को पहचानना और नियंत्रित करना काफी मुश्किल होता है. यह पॉपुलर पॉडकास्टर और बड़े स्टूडियोज के लिए एक बड़ी सिरदर्दी है.
Conclusion
मैं उम्मीद करता हूँ आपको मेरा यह लेख “Podcast क्या है और कैसे इस्तेमाल करें? (Podcast Meaning in Hindi)” जरूर पसंद आया होगा. मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है पॉडकास्ट से जुड़ी हर जानकारी को सरल शब्दों में explain करने कि ताकि आपको इस विषय के संदर्भ में किसी दूसरी website पर जाने की जरूरत ना पड़े.
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Hi Team….
Awesome Teach Very well…thx
Thank you Sweta