Homeटेक्नोलॉजीeSIM क्या है और कैसे काम करता है?

eSIM क्या है और कैसे काम करता है?

eSIM क्या है (What is eSIM in Hindi) और यह कैसे काम करता है? SIM Card के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन तकनीकी दुनिया में फिलहाल eSIM की चर्चाएं जोरों पर है. आपने भी इसके बारे में सुना होगा. बाजार में कई ऐसे फोन मौजूद हैं जिनमे eSIM का इस्तेमाल हो रहा है, जैसे Iphone 11 Pro और Pro Max, Samsung Galaxy S20 और S+, Google pixel 4 इत्यादि. साथ ही इसका इस्तेमाल smart watches में भी किया जा रहा है. eSIM वो तकनीक है जहाँ आपको अपने device के अंदर किसी तरह का physical SIM card डालने की जरूरत नहीं पड़ती.

आज के इस आर्टिकल में हम इसी eSIM के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे कि आखिर ये eSIM होता क्या है और सामान्य SIM से कैसे अलग है. साथ ही हम इसके काम करने के तरीके के बारे मे भी समझेंगे. मुझे उम्मीद है आज का यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको eSIM से जुड़े सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे. तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं eSIM क्या है और यह कैसे काम करता है के बारे में.

eSIM क्या है? (What is eSIM in Hindi)

esim क्या है

eSIM का मतलब है embedded SIM (Embedded Subscriber Identity Module). यह किसी तरह का कोई physical SIM card नहीं होता और ना ही device और SIM के बीच किसी तरह के physical अदला-बदली की जरूरत होती है. इसमें जरूरी होता है कि आपका network या carrier eSIM को support करता है या नहीं.

शुरुआत में हम Mini SIM card का इस्तेमाल करते थे, उसके बाद Micro SIM आया और फिर Nano SIM. लेकिन नई तकनीक में SIM card को Nano से भी छोटा कर दिया गया है, जिसे पहले से ही phone के अंदर फिट कर दिया जाता है. eSIM आमतौर पर आपके phone के अंदर लगा एक छोटा chip होता है और ठीक वैसे ही काम करता है जैसे Payment Tech के लिए NFC chip काम करता है. eSIM एक re-writable chip होता है, अर्थात आप जब चाहें अपना network operator बदल सकते हैं. यहाँ operator बदलने के लिए आपको नए SIM के लिए order करने और उसके पहुंचने का इंतजार करने की जरुरत नहीं होती, बस एक simple phone call करना है और आपका operator change हो जाएगा.

eSIM के साथ आपको phone में कुछ नई settings देखने को मिलेंगी, जो आपके SIM card को carrier बदलने और account manage करने के लिए allow करती है. eSIM technology को support करने वाला सबसे पहला phone Google Pixel 2 था. इसके बाद Iphone XS मार्केट में आया, जो कि Physical SIM card और eSIM (secondary SIM के तौर पर) दोनों को support करता है.

eSIM कैसे काम करता है? (How eSIM Works in Hindi)

eSIM ठीक वैसे ही काम करता है जैसे traditional SIM cards काम करते हैं, लेकिन यहाँ सिर्फ फर्क इतना है कि आपको किसी तरह के physical SIM card की जरूरत नहीं पड़ती. eSIM को आपको device में weld कर दिया जाता है और over the air activate कर दिया जाता है. इसलिए आपको किसी mobile operator के store पर जाने की जरूरत नहीं पड़ती. eSIM को इसके technical नाम, eUICC (Embedded Universal Circuit Card) से भी जाना जाता है.

उदाहरण के लिए अगर आपके पास Iphone XS है और आप एक दूसरा 4G LTE connection इस्तेमाल करना चाहते हैं, लेकिन आप दूसरा phone अपने साथ नहीं रखना चाहते. इसके लिए आपको eSIM support करने वाले mobile operator से संपर्क करना है और subsription प्राप्त करना है. इस दौरान mobile operator आपके पास एक QR code भेजेगा, जिसमे Subscription Manager Data Preparation (SM-DP), server address और confirmation code शामिल होते हैं.

जब mobile operator आपके eSIM को activate कर देगा, तब आप अपने phone की settings के जरिए बड़ी आसानी से अपने phone number profile और अन्य data services के बीच स्विच कर सकते हैं.

यह उस समय बहुत सुविधाजनक होता है, जब आप globally travel कर रहे होते हैं. इस दौरान आपको विदेशों में tourist SIM cards खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती. बस आपको एक simple QR code scan करना है या अपने phone के स्क्रीन पर कुछ जरूरी data enter करना है. यह सब आपको international roaming के दौरान local mobile operator की services को quickly activate करने और switch करने में मदद करता है.

India में eSIM Network Provider कौन-कौन से हैं?

India में Airtel, Jio और Vi (Vodafone Idea) eSIM network provider हैं. ये तीनों कंपनिया eSIM technology को support करती हैं.

eSIM को support करने वाले devices कौन-कौन से हैं?

eSIM को support करने वाले devices की list कुछ इस प्रकार है:

  • iPhone 11 Pro और Pro Max
  • iPhone SE 2020
  • Samsung Galaxy S20, S20+ और S20 Ultra
  • Samsung Galaxy Z Flip
  • Huawei P40, P40 Pro
  • iPhone XR
  • Nuu Mobile X5
  • iPhone XS और XS Max
  • Samsung Galaxy Fold
  • Motorola Razr 2019
  • Google Pixel 4 और 4XL
  • Google Pixel 3A और 3XL

iPhone XS या iPhone XR में eSIM कैसे enable करें?

iPhone XS या iPhone XR में eSIM enable करने के लिए नीचे दिए गए steps को follow करें:

Carrier द्वारा QR Code मिलने के बाद

  1. अपने iPhone की settings में जाएं और cellular या mobile data पर क्लिक करें.
  2. अब add cellular plan पर tap करें.
  3. अब network provider द्वारा दिए गए QR code या barcode को scan करें.
  4. इसके बाद आपको SIM setup के लिए पूछा जाएगा और आप multiple options चुन सकते हैं, जैसे कि secondry SIM केवल data या किसी अलग काम के लिए और होम लाइन same SIM पर.

Note: अगर आपका QR code या barcode काम नहीं कर रहा है, तो ऐसे case में आप eSIM carrier द्वारा provide की गई जानकारी को manually भी enter कर सकते हैं. कुछ carrier आपसे उनकी app download करने के लिए कह सकते हैं. इसके लिए आप App store पर जाएं और app download कर लें.

eSIM के Advantages क्या हैं?

मै आपको eSIM के कुछ फ़ायदों के बारे में बताने जा रहा हूँ जो इसे traditional SIM card से अलग बनाते हैं. eSIM के advantages कुछ इस प्रकार हैं:

  1. नए SIM के लिए आपको physically SIM card बदलने की जरूरत नहीं है.
  2. eSIM के लिए device में SIM tray की जरूरत नहीं है.
  3. इसमें user बिना कोई physical SIM card बदले, जल्द और आसानी से दूसरे operator में स्विच कर सकते हैं.
  4. इसकी मदद से आप एक साथ, एक से अधिक devices में eSIM को connect कर सकते हैं. जैसे कि अगर आपके पास एक smartwatch और एक smartphone है तो आप दोनों को एक ही eSIM से connect कर सकते हैं.
  5. eSIM के phone में embedded होने की वजह से यह subscriber की सभी information को store करके रखता है. इसका इस्तेमाल mobile subscriber को identify और authenticate करने के लिए किया जाता है.
  6. eSIM को activate कराने के लिए पुराने SIM के deactivate होने तक का इंतजार नहीं करना पड़ता, इसलिए इसे activate कराना बहुत आसान होता है.
  7. यह multiple cellular profiles को स्टोर कर सकता है, इस प्रकार यह पूरी दुनिया में बिना किसी बाधा के काम करता है.
  8. eSIM, traditional SIM card की तुलना में अधिक secure है.

eSIM के Disadvantages क्या हैं?

जहां eSIM के advanatages हैं, वहीं इसके कुछ disadvantages भी हैं जो कुछ इस प्रकार हैं:

  1. अगर आपका phone damage हो जाता है, तो traditional SIM card के साथ आप आसानी से अपना data, जैसे messages, contacts आदि नए phone में transfer कर सकते हैं. लेकिन eSIM devices में यह possible नहीं है और user को data प्राप्त करने के लिए cloud पर निर्भर रहना पड़ता है
  2. यह उन users के लिए समस्या पैदा कर सकता है जो eSIM इस्तेमाल करने के दौरान खुद को track होने से बचाना चाहते हैं. Traditional SIM card को device से निकालकर operator से track होने से बचा जा सकता था, लेकिन eSIM के device में ही फिट होने की वजह से ऐसा करना नामुमकिन है.
  3. यहाँ eSIM के data के cloud hosting से hack होने की संभावनाएं भी अधिक है.
  4. अगर आप कई devices पर eSIM का इस्तेमाल कर रहे हैं और नियमित अंतराल पर अपना operator बदल रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में यह confusion पैदा कर सकता है. अगर आपके सभी devices eSIM से connected हैं तो आपको उन devices के software की मदद से SIM activate करना होगा, जो confusion भरा हो सकता है.
  5. eSIM को activate करने के लिए आपको operator से संपर्क करना होगा और उनके द्वारा भेजे गए User ID और password को enter करके ही आप SIM को activate कर सकते हैं.
  6. अगर आपके phone की battery low है और आप किसी दूसरे device से eSIM connect करके call करना चाहते हैं तो मुश्किलें आ सकती हैं, क्योंकि eSIM को activate होने में समय लगता है.

eSIM सेवा प्रदान करने वाले देश और वहां के operators या carriers

  Country Operator/Carrier
ArgentinaPersonal
ArmeniaUcom
AustriaDrei
T-Mobile
AustraliaOptus
Telstra
Truphone
Vodafone
BahrainBatelco
Viva
Zain
BahamasAliv
BelarusOrange
Ubigi
BelgiumOrange
Ubigi
CambodiaSmart Axiata
BrazilClaro
Vivo
CanadaBell
Fido
Freedom
Koodo
Lucky Mobile
Rogers
Telus
Virgin
ColombiaMovistar
ChileMovistar
CroatiaHrvatski Telekom
Czech RepublicT-Mobile
Vodafone
Denmark3
EstoniaTelia
EcuadorMovistar
FranceOrange
SFR
Ubigi
FinlandTelia
GermanyO2
Telekom
Truphone
Vodafone
GreeceCosmote
GuamiConnect
IT&E
Hong Kong1O1O
3csl
China Mobile Hong Kong
SmarTone
Truphone
HungaryMagyar Telekom
IndiaAirtel
Reliance Jio
Vi
ItalyTIM
JordanOrange
Umniah
Zain
KazakhstanKcell
KuwaitOoredoo
Viva
Zain
LatviaLMT
LebanonAlfa
LuxembourgMTX Connect
POST
Ubigi
MalaysiaCelcom
Digi
Maxis
U Mobile
MexicoAT&T
NetherlandsT-Mobile
Truphone
Ubigi
Vodafone
New ZealandSpark
NorwayTelenor
Telia
OmanOmantel
Ooredoo
PhilippinesGlobe
PolandOrange
Truphone
PortugalMEONOS
QatarOoredoo
Vodafone
RomaniaOrange
Saudi ArabiaMobily
STC
Zain
SingaporeM1
SlovakiaOrange
SpainMovistar
Orange
Pepephone
Truphone
Vodafone
Yoigo
Sri LankaDialog
Sweden3
Tele2
Telenor 
Telia
SwitzerlandSalt
Sunrise
Swisscom
Ubigi
TaiwanAPT
Chunghwa Telecom
FarEas Tone
Taiwan Mobile
Taiwan Star
ThailandAIS
dtac
TrueMove H
United Arab Emiratesdu
Etisalat
Virgin Mobile
United KingdomEE
O2
Truphone
Ubigi
United StatesAT&T
T-Mobile USA
Truphone
Ubigi
Verizon Wireless
VietnamViettel

eSIM का भविष्य

इसमें कोई शक नहीं है कि eSIM का भविष्य काफी उज्जवल है. जिस प्रकार से Google और Apple जैसी बड़ी कंपनियां eSIM को adopt कर रही हैं, eSIM का भविष्य काफी सुनहरा प्रतीत हो रहा है. इस नई तकनीक के आने से users के लिए operator change करना काफी आसान हो गया है. आप बिना किसी store पर पहुंचे, बस एक simple phone call के जरिए अपना eSIM activate करवा सकते हैं. साथ ही किसी प्रकार के physical बदलाव की भी जरूरत नहीं है.

इसके साथ ही यह mobile devices को भी बेहतर बनाने में भूमिका निभा रहा है. Traditional SIM cards devices में काफी space घेरते हैं, लेकिन eSIM का size छोटा होने और embedded होने की वजह से mobile के size को भी छोटा किया जा सकता है. साथ ही यह devices को और अधिक waterproof और dustproof बनाने में मदद करता है, क्योंकि SIM tray ना होने की वजह से device में water और dust जाने के chances और भी कम हो जाते हैं.

Conclusion

मुझे पूरी उम्मीद है कि आपको मेरा ये Article ” eSIM क्या है (what is eSIM in Hindi) और कैसे काम करता है?” जरुर पसंद आया होगा. मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है ई-सिम से जुड़ी जानकारी को सरल शब्दों में explain करने की, ताकि आपको इस Article के सन्दर्भ में किसी दूसरी site पर जाने की जरूरत ना पड़े.

यदि आपको मेरा यह लेख पसंद आया या कुछ नया सीखने को मिला हो तो कृपया इस post को Social Networks जैसे कि Facebook, Whatsapp, Twitter और अन्य Social Platforms पर share जरुर करें.

Rahul Chauhan
Rahul Chauhanhttps://hindivibe.com/
Rahul Chauhan, Hindivibe के Author और Founder हैं. ये एक B.Tech डिग्री होल्डर हैं. इन्हें विज्ञान और तकनीक से संबंधित चीजों के बारे में जानना और लोगों के साथ शेयर करना अच्छा लगता है. यह अपने ब्लॉग पर ऐसी जानकारियां शेयर करते हैं, जिनसे कुछ नया सिखने को मिले और लोगों के काम आए.

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