हर युवा का सपना होता है कि वो कभी iPhone खरीदे. iPhone की दीवानगी smartphone lovers में सर चढ़कर बोलती है. शायद ही ऐसा कोई smartphone यूजर हो जो iPhone के बारे में ना जानता हो. आपने भी iPhone जरूर देखा होगा या इसके बारे में सुना होगा. आज के इस लेख में आप iPhone क्या है (iPhone in Hindi) और इसके महंगे होने की वजह के बारे में जानेंगे. साथ ही आईफोन की उन खासियतों के बारे में भी पढेंगे जो इसे साधारण फोन से अलग बनाती हैं.
iPhone एप्पल कंपनी का एक स्मार्टफोन है जो अपने आप में बहुत सारी अनोखी खूबियां समेटे हुए है. आईफोन के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें. तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं iPhone की पूरी जानकारी.
iPhone क्या है? – What is iPhone in Hindi
iPhone एक श्रृंखला है smartphones की जिन्हें Apple Inc. द्वारा बनाया जाता है. पहली पीढ़ी (generation) का iPhone जनवरी 2007 में लॉन्च किया गया था. उस समय यह अपने आप में एक अनोखा स्मार्टफोन था, जिसे multi-touch स्क्रीन के साथ कंप्यूटर, डिजिटल कैमरा, iPod और cellular phone को एक ही डिवाइस में combine करके बनाया गया. यह पहला ऐसा फोन था जिसमें यूजर्स स्क्रीन को उंगलियों के माध्यम से zoom और scroll करने के साथ-साथ swipe करने में भी सक्षम थे.
iPhone में ऑपरेटिंग सिस्टम के तौर पर iOS ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है. जनवरी 2007 के बाद प्रत्येक वर्ष Apple कंपनी एक नया iPhone मॉडल और iOS अपडेट लॉन्च करती है. एक रिपोर्ट के अनुसार लॉन्च से लेकर नवंबर 2018 तक 2.2 billion (220 करोड़) से अधिक iPhones की बिक्री हुई.
iPhone, Android के साथ दुनिया में दो सबसे बड़े प्लेटफार्मों में से एक है. iPhone ने एप्पल कंपनी को बड़े पैमाने पर मुनाफा कमा कर दिया, जिससे कंपनी दुनिया कि सबसे मूल्यवान सार्वजनिक रूप से व्यापार करने वाली कंपनी बन गई. कंपनी का सबसे पहला फोन mobile industries के लिए ‘क्रांतिकारी’ और ‘गेम चेंजर’ साबित हुआ. इसके बाद बनने वाले मोडलों ने भी काफी प्रशंसा बटोरी.
आईफोन महंगा क्यों होता है?
Iphone के महंगे होने के पीछे कई कारण हैं. लेकिन सबसे मुख्य वजह इसके शानदार फीचर्स और डिजाईन हैं. Iphone में एक fast processor, OLED डिस्प्ले का इस्तेमाल और इसके फ्रेम और स्क्रीन के बीच कम जगह (bezels) जैसे शानदार फीचर्स दिए जाते हैं. ये फोन दिखने में भी बेहद आकर्षक होते हैं. इन phones का हार्डवेयर लेटेस्ट होता है. कंपनी phones में खुद के बनाए गए processor और iOS ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करती है, जो इन smartphones को अधिक फास्ट और सुरक्षित बनाते हैं. इसके अलावा iphone में सोने, चाँदी जैसी महंगी धातुओं का भी इस्तेमाल किया जाता है. इन सब के बाद इन फ़ोनों पर ड्यूटी और टैक्स भी लगाए जाते हैं. इन सब कारणों से iphone की कीमत में इजाफा होता है और हमे ये phones महंगे दामों पर मिलते हैं.
एप्पल मोबाइल या iPhone की खासियत क्या है?
Apple के iPhone मोबाइल की खासियत जो इसे अन्य मोबाइलों से अलग बनाती है वो निम्न हैं:
कंपनी का खुद का प्रोसेसर
किसी android फोन के मुकाबले iPhone की परफॉर्मेंस ज्यादा अच्छी होती है, जिसकी वजह होती है apple द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला बेहतर processor. कंपनी अपने हार्डवेयर के लिए किसी चिप बनाने वाली कंपनी पर निर्भर नहीं करती. इसकी बजाय नए iphones के अनुकूल खुद के processor तैयार किए जाते हैं. अपना प्रोसेसर खुद बनाने की वजह से कंपनी के पास अपने फोन के डिजाइन और performance का पूरा नियंत्रण होता है.
Apple के प्रोसेसर का साइज बड़ा होने की वजह से इसमें अतिरिक्त हार्डवेयर उपकरणों को भी जोड़ा जा सकता है, जो iphone की परफॉरमेंस को बढ़ा देते हैं. iPhone में Qualcomm द्वारा निर्मित 64-bit processor से अलग खुद बनाए गए एक बेहतर 64-bit processor का भी इस्तेमाल किया जाता है.
Qualcomm या Exynos जैसे प्रोसेसर चिप निर्माता किसी विशिष्ट फोन के लिए चिप तैयार नहीं करते हैं. वे बहुत सारे मोबाइल निर्माताओं को ये प्रोसेसर चिप्स सप्लाई करते हैं. इसलिए सैमसंग और शाओमी जैसी कंपनियों को अपने फोन के डिजाइन मौजूदा प्रोसेसर के हिसाब से तैयार करने पड़ते हैं, जिससे ये फोन कम चलते है और परफॉरमेंस इतनी अच्छी नहीं होती.
ज्यादा Cache Memory
आज के समय में स्मार्टफोन के अंदर cache memory एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है. Cache memory काफी तेज परफॉर्म करती है RAM की बजाय, और जितनी अधिक cache memory होगी फोन उतने ही बेहतर ढंग से परफॉर्म करेगा. महंगे से महंगे android फोन का धीमा चलना और सिस्टम में गड़बड़ियाँ होना आम बात है. लेकिन अधिक cache memory होने की वजह से iphones में ये समस्याएं नहीं आती.
एक ARM processor में सामान्य तौर पर 1 या 2 MB cache memory होती है, लेकिन iphone में 4 या 8 MB cache memory पाई जाती है. Cache memory जितनी बड़ी होगी CPU के साथ उतना ही फास्ट data exchange होगा. इसलिए एंड्राइड फ़ोनों में RAM ज्यादा होने के बावजूद भी वे iphones से बेहतर परफॉर्म नहीं कर पाते हैं.
फालतू Apps नहीं
जब भी किसी android phone को पहली बार खोला जाता है तो उसमें बहुत सारे अनचाहे apps देखने को मिलते हैं. ये apps न सिर्फ फोन को अव्यवस्थित करते हैं बल्कि परफॉरमेंस पर भी असर डालते हैं. बहुत सारे third party apps को automatically डाल दिया जाता है और अनचाहे OEM apps के बारे में भी mention नहीं किया जाता. ऐसे में फोन को root किए बिना इन apps से छुटकारा पाना लगभग असंभव होता है.
लेकिन iPhone में केवल कुछ ही pre-installed apps दिए गए होते हैं और हम इन्हें आसानी से uninstall भी कर सकते हैं.
अनचाहे फालतू apps काफी हद तक फोन की performance को प्रभावित करते हैं. इन apps द्वारा बड़ी संख्या में बैकग्राउंड रिसोर्सेज का उपयोग कर लिया जाता है और जरूरत पड़ने पर आपका android phone इन रिसोर्सेज का इस्तेमाल नहीं कर पाता.
सर्वोत्तम हार्डवेयर सॉफ्टवेयर तालमेल
परफॉर्मेंस के मामले में iPhone एक बेहतरीन overall experience प्रदान करता है, क्योंकि इसके hardware को अच्छे तरीके से इसके software के लिए optimized किया जाता है और इसके विपरीत. Apple ने अपने hardware और software के बीच सफलतापूर्वक एक बेमिसाल तालमेल बनाया है.
iPhone को किसी flagship android फोन को मात देने के लिए 16GB रैम की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि apple ने अपने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को इस तरह से optimize किया है कि वे अपने resources का काफी कुशलतापूर्वक इस्तेमाल करते हैं. यह सब इसलिए संभव हो पाता है, क्योंकि Apple का iPhone प्रोडक्शन प्रोसेस पर पूरी तरह से नियंत्रण होता है, जबकि एक luxury android के मामले में ऐसा नहीं होता.
समय पर Operating System का अपडेट
Apple समय पर अपने devices के लिए OS update देता है और यही बात इसे android से एक कदम और आगे ले जाती है. अनुकूल iPhones पर लॉन्च होने के साथ ही लेटेस्ट iOS का अपडेट दे दिया जाता है, जबकि android phones में ऐसा नहीं होता.
Android devices में सिस्टम अपडेट बहुत अधिक complicated है. गूगल केवल अपने pixel devices को ही सीधा अपडेट प्रदान करता है और अन्य android devices अपने असल निर्माताओं (OEMs) से अपडेट प्राप्त करते हैं. अन्य निर्माता जैसे Sony, Samsung इत्यादि अपने devices के लिए अपडेट गूगल से optimization के बाद ही प्राप्त करते हैं,और इन्हें महीनों बाद रिलीज़ करते हैं.
असाधारण कैमरा क्वालिटी
iPhone में ग्राहकों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला फीचर इसकी camera quality है. यह सच में एक बेहतरीन कैमरा क्वालिटी प्रदान करता है जो क्लिक की गई images को अत्यंत स्पष्ट और नेचुरल कलर के साथ दर्शाता है. Apple सुविचारित तरीके से कैमरा पर काम करता है. इसके लेटेस्ट iPhone में जो कैमरा दिया गया है, शायद ही किसी दूसरे फोन में इस तरह का कैमरा उपलब्ध हो. उच्च गुणवत्ता वाले sensors और प्रतिभाशाली post-processing के जरिए iPhone किसी अन्य फोन के मुकाबले शानदार फोटो कैद करता है.
iPhone और Android के बीच अंतर
iPhone | Android |
एक आईफोन में आप केवल कुछ एप्स और गेम को इंस्टॉल कर सकते हैं. | एंड्रॉयड में आप 20 लाख से भी ज्यादा एप्स और गेम को इनस्टॉल कर सकते हैं. |
Iphone की कैमरा क्वालिटी बहुत अच्छी होती है. | Android phones की कैमरा क्वालिटी Iphone के मुकाबले कम अच्छी होती है. |
Iphone का बैटरी बैकअप काफी का कम होता है, यानी आपको दिन में एक बार फोन की बैटरी चार्ज जरूर करनी होगी. | एंड्रॉयड में लगभग सभी phones का बैटरी बैकअप अच्छा होता है जो आईफोन के मुकाबले लंबे समय तक चलता है. |
Iphone को केवल Apple कंपनी द्वारा बनाया जाता है. | Android फोन को बनाने वाली बहुत सारी कंपनियां हैं, जैसे Samsung, Micromax, Sony इत्यादि. |
Iphone, iOS ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है. | एंड्रॉयड फोन गूगल के ऑपरेटिंग सिस्टम Android पर काम करते हैं. |
Iphone में इस्तेमाल होने वाले हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर Apple कंपनी खुद तैयार करती है. | जबकि Android में लगने वाले हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर अलग-अलग कंपनियों द्वारा निर्मित किए जाते हैं. |
आईफोन में फोन के हैंग होने और ओवरहीटिंग जैसी समस्याएं देखने को नहीं मिलती. | एंड्रॉयड में फोन हैंगिंग और ओवरहीटिंग की समस्याएं आम हैं. |
Iphone के लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम पुराने phones के अनुकूल होते हैं. | जबकि Android द्वारा रिलीज किए गए नए OS सभी phones पर काम नहीं करते. |
आईफोन अपने सभी यूजर्स के लिए समय-समय पर सिस्टम अपडेट देता रहता है. | लेकिन एंड्रॉयड के मामले में ऐसा नहीं है. यहां आपको बहुत कम सिस्टम अपडेट देखने को मिलेंगे. |
आईफोन एक प्रीमियम फील देता है और आपके status को दर्शाता है. | एंड्राइड के मामले में ऐसा नहीं है, क्योंकि ये फोन आमतौर पर सबके पास होते हैं. |
एंड्राइड के मुकाबले iPhones काफी फास्ट होते हैं, क्योंकि एप्पल इनमें खुद के बनाए गए प्रोसेसर का इस्तेमाल करती है. | एंड्राइड फोन में इस्तेमाल होने वाले प्रोसेसर अन्य कंपनियों से लिए जाते हैं जो iPhone के मुकाबले धीमे होते हैं. |
Iphones की कीमत ज्यादा होती है इसलिए इन्हें कम लोग खरीदते हैं. | Andoid phones काफी सस्ते दामों में मिल जाते हैं, इसलिए लोग इन्हें ज्यादा खरीदते हैं. |
आईफोन को रूट करना बेहद मुश्किल होता है, इसलिए इसे कस्टमाइज़ नहीं किया जा सकता. | एंड्राइड को आप आसानी से रूट कर कस्टमाइज़ कर सकते हैं. |
iPhone के App Store में apps की संख्या काफी कम होती है. | जबकि Android के Google Play Store में आपको बहुत सारे Apps और Games देखने को मिल जाएंगे. |
एक manufacturer होने की वजह से नए iPhones कम रिलीज़ होते हैं. | जबकि एंड्राइड को बनाने वाली बहुत सारी कंपनियां हैं इसलिए हर महीने नए फीचर्स के साथ नए-नए Android phones आते रहते हैं. |
iPhone के फायदे
आईफोन खरीदने के फायदे कुछ इस प्रकार हैं:
बेहतरीन कैमरा
जब भी iPhone के फायदों के बारे में बात की जाती है तो इसके कैमरे का ज़िक्र होना लाजमी है. क्योंकि अच्छे sensors और शानदार फोटो क्वालिटी की वजह से iPhone की कैमरा क्वालिटी काफी प्रसिद्ध है और एप्पल प्रत्येक वर्ष इसमें कुछ नए फीचर्स जोड़कर लोगों को अचंभित करता रहता है. एप्पल केवल कैमरा ही नहीं बल्कि इसके लिए इस्तेमाल होने वाले सॉफ्टवेयर पर भी काफी काम करता है ताकि उच्च गुणवत्ता वाली फोटो ली जा सके. अब तो आईफोन के नए मॉडल्स में AI फीचर्स भी आने लगे हैं.
अधिक सुरक्षित
जैसा कि आप जानते हैं iPhone के लिए इसके app store पर किसी एंड्राइड फोन के मुकाबले बहुत कम apps मौजूद होते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि एप्पल अपने phones की सुरक्षा के प्रति काफी सजग रहती है. किसी भी app या game निर्माता कंपनी को App Store पर अपनी app अपलोड करने के लिए कंपनी द्वारा सेट की गई गाइडलाइन्स का बड़ी ही कड़ाई से पालन करना होता है. जो सभी कंपनियों के लिए पूरा कर पाना संभव नहीं है. यदि कोई कंपनी उनके रूल्स का उल्लंघन करती है तो एप्पल उसे स्टोर से हटाने में जरा भी वक्त नहीं लेती.
उपयोग करने में आसान
आईफोन में दिया गया user interface बहुत ही सरल होता है. यानी उपयोगकर्ता को Apple के phone चलाने में किसी तरह समस्या नहीं होती. इसके user interface को इस तरह से तैयार किया जाता है कि कोई भी नया iPhone यूजर आसानी से इसका उपयोग कर सके.
आकर्षक डिजाईन
कंपनी द्वारा जितना बल iPhone के फीचर्स पर दिया जाता है, उतना ही बल इसके लुक पर भी दिया जाता है. ये फोन दिखने में बेहद आकर्षक होते हैं जो दूर से ही लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचते हैं. फोन के पीछे की तरफ लगा Apple का लोगो, जो iPhone की पहचान है, इसकी खूबसूरती पर मानों चार चाँद लगा देता है. एक आईफोन को बनाने के लिए कई धातुएं, जैसे टाइटेनियम, आयरन और एल्यूमीनियम का इस्तेमाल किया जाता है.
iPhone के नुकसान
जहां आईफोन के कुछ फायदे हैं तो वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं जो कुछ इस प्रकार हैं:
अधिक कीमत
आईफोन का सबसे बड़ा नुकसान है इसके लिए खर्च की जाने वाली एक बड़ी धनराशि. मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए iPhone खरीदना एक सपने को पूरा करने के जैसा होता है. इसलिए हर किसी के लिए iPhone खरीदना कोई आम बात नहीं है. कीमत अधिक होने की वजह से ही ज्यादातर लोग इन्हें नहीं खरीद पाते और वे एंड्राइड फ़ोनों की तरफ रूख करते हैं. हाल ही में कंपनी द्वारा लॉन्च किए गए iPhone 12 और iPhone 13 अपनी कीमतों को लेकर मीडिया में चर्चा का विषय बने रहते हैं. इनकी कीमत 50 हजार से ऊपर है.
महंगे एप्स
iPhone के App स्टोर पर आपको बहुत ही कम ऐसे apps या games मिलेंगे जो मुफ्त में उपलब्ध हों. ज्यादातर apps को डाउनलोड करने के लिए पैसे देने पड़ते हैं और इनकी किमत भी काफी ज्यादा होती है, जो यूजर्स को कहीं न कहीं निराश जरूर करता है. कई बार देखने को मिलता है कि जिन apps के लिए एप्पल पैसे ले रहा है वो apps एंड्रॉयड के प्ले स्टोर पर मुफ्त में उपलब्ध होती हैं.
कम बैटरी लाइफ
आईफोन में बैटरी लाइफ को लेकर काफी शिकायतें सुनने को मिलती हैं. कुछ यूजर्स दावा करते हैं कि नया अपडेट आने के बाद उनके फोन की बैटरी लाइफ पहले की अपेक्षा कम हो चुकी है. Iphones में इस तरह की problem से जुड़ी ख़बरें न्यूज़ चैनलों पर भी देखने को मिली हैं.
सीमित मेमोरी
यदि आप iOS फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसमें आपको मेमोरी बढ़ाने का कोई विकल्प नहीं मिलता. अगर आपके iPhone की मेमोरी फुल हो चुकी है तो आपको space बढ़ाने के लिए एप्स या कंटेंट डिलीट करना होगा.
आईफोन का इतिहास – iPhone History in Hindi
iPhone एप्पल कंपनी का प्रोडक्ट है. Apple Inc. एक अमेरिकी कंपनी है, जिसने 29 जून 2007 को अपना पहला iPhone लॉन्च किया. एप्पल कंपनी के CEO स्टीव जॉब्स और उनकी टीम ने मिलकर iPhone का आविष्कार किया था. iPhone के आविष्कार का सारा श्रेय अकेले स्टीव जॉब्स को दिया जाए तो गलत नहीं होगा, क्योंकि यह उनकी ही अलौकिक कल्पना और रचनात्मकता की वजह से अस्तित्व में आया.
Apple कंपनी का एक प्रोडक्ट Tablet PC ही वो उपकरण था जिसने जॉब्स को iPhone बनाने के लिए प्रेरित किया. Tablet PC के निर्माण के समय इसमें एक Virtual Keyboard को शामिल किया गया था. जब स्टीव जॉब्स ने इस keyboard को Tablet PC में देखा तो तुरंत उनके मन में इसी virtual keyboard के साथ एक मोबाइल phone बनाने का विचार आया. और यहीं से शुरुआत होती है iPhone के आविष्कार की.
स्टीव जॉब्स पूरी मेहनत और लग्न के साथ इस कार्य में जुट गए और अपना पूरा ध्यान इसी प्रोजेक्ट पर केंद्रित कर लिया. जॉब्स अपने इस प्रोजेक्ट को लेकर इतने गंभीर थे कि उन्होंने पहले iPhone के बनने तक इस प्रोजेक्ट को टॉप सीक्रेट रखा. अंत में स्टीव जॉब्स और उनकी टीम ने काफी हार्ड वर्क के बाद पहला iPhone बनाया और इसे पहली बार 2007 में पेश किया.
पहले iPhone के लॉन्च के बाद अन्य कई देशों में iPhone 3G और 3Gs जारी किए गए, जिन्हें 3G नेटवर्क सपोर्ट से जोड़ा गया ताकि web browsing के दौरान बेहतर इंटरनेट स्पीड प्राप्त की जा सके. इसके अलावा iPhone 3Gs में बेहतर हार्डवेयर, फ्रंट कैमरा और बड़ा डिस्प्ले रेजोल्यूशन दिया गया.
इसके बाद iPhone 4s बाजार में लॉन्च किया गया जो 3Gs के मुकाबले बेहतर हार्डवेयर और voice assistant फीचर के साथ आया. वर्ष 2013 में iPhone 5s लॉन्च किया गया जिसमें और अच्छे हार्डवेयर और fingerprint reader को जोड़ा गया.
बाद में 2014 में iPhone 6s और 2016 में iPhone 7 तथा iPhone 7 Plus लॉन्च किए गए. कंपनी के इन मॉडल्स में उच्च ग्राफ़िक्स और water resistance जैसे फीचर्स दिए गए. इसके बाद iPhone 8/8Plus, iPhone X, iPhone XR, iPhone Xs, iPhone Xs Max, iPhone 11, iPhone Pro/Max, iPhone 12/12Mini, iPhone 12 Pro/ Pro Max, iPhone 13/13 Mini, iPhone 13 Pro/Pro Max मॉडल्स लॉन्च किए गए और इनमें नए-नए आकर्षक फीचर्स जोड़े गए और इनकी कीमत में भी बढ़ोतरी होती गई.
Conclusion
उम्मीद करता हूँ आपको मेरा यह लेख “iPhone क्या है और इसकी खासियत | iPhone इतना महंगा क्यों होता है?” जरूर पसंद आया होगा. मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है आईफोन (iPhone in Hindi) से संबंधित सभी जानकारियां आप तक पहुंचाने की ताकि आपको इस विषय के संदर्भ में किसी दूसरी वेबसाइट पर जाने की जरूरत ना पड़े.
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