नई कार खरीदना हर किसी का सपना होता है. चार पहिया वाहनों को लेकर दीवानगी ऐसी है कि हर साल दुनिया भर में करोड़ों नए वाहन बनते हैं. यदि आप भी वाहनों में थोड़ी बहुत दिलचस्पी रखते हैं तो आपने सेडान, हैचबैक और एसयूवी जैसे शब्द जरूर सुने होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं ये Sedan, Hatchback और SUV क्या हैं?
दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें सेडान, हैचबैक और एसयूवी के बारे में नहीं पता है, यदि आप भी उनमें से एक हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको सेडान, हैचबैक और एसयूवी क्या होता है, इनके बीच अंतर क्या है और इनके फायदे और नुकसान के बारे में सब कुछ बताएंगे. निर्माताओं द्वारा कारों को उनके बॉडी स्ट्रक्चर और फीचर्स के हिसाब से अलग-अलग श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है. इन्ही श्रेणियों में Sedan, Hatchback और SUV कारें आती हैं. इन सब के बारे में आप आज इस लेख के माध्यम से जानेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं विस्तार से पूरी जानकारी.
Sedan, Hatchback और SUV क्या हैं?
मोटर वाहनों के बाजार में बेसिक तौर पर 10 प्रकार के वाहन मौजूद हैं. इन्ही में Sedan, Hatchback और SUV शामिल हैं जो पैसेंजर कारों की श्रेणी में आती हैं. ये गाड़ियाँ चार व्हील्स के साथ आती हैं जिनमें चार खिडकियां होती हैं.
कुछ गाड़ियों में दो खिड़कियाँ भी दी जाती हैं. इनके बॉडी स्ट्रक्चर में अंतर होता है, जो दो या तीन बॉडी बॉक्स में बनी होती हैं और ये देखने में एक दूसरे से अलग दिखाई देती हैं. इनकी कीमतों में भी काफी अंतर होता है.
Sedan क्या है? – What is Sedan in Hindi
सेडान एक 4 खिड़कियों वाली पैसेंजर कार होती है जिसमें पीछे की तरफ एक ट्रंक दिया गया होता है. यह कार तीन बॉक्स बॉडी में बनी होती है: जिसमें आगे इंजन, बीच में यात्रियों के लिए जगह और पीछे ट्रंक होता है. अन्य कारों की तुलना में कई बदलावों और नए रूप के बावजूद बाजार में इसकी मांग बहुत अधिक है और यह automobile manufacturers के लिए लगातार अपनी लोकप्रियता बनाए हुए है.
Sedan के उदाहरण: Honda City, Maruti Dzire, Hyundai Verna, Tata Tigor इत्यादि.
Sedan के फायदे
आरामदायक खुली जगह – सेडान का सबसे बड़ा फायदा है कि इसमें यात्रियों के लिए काफी खुली जगह होती है, जहां वे रिलैक्स होकर बैठ सकते हैं और लंबी दूरी तक एक आरामदायक सफ़र तय कर सकते हैं. इसलिए यदि आप अपनी फैमिली वालों के साथ अधिक घूमने फिरने के शौकीन हैं तो सेडान आपके लिए सही विकल्प है. इसे इतना कम्फर्ट बनाने का श्रेय सामान के लिए पीछे दिए गए ट्रंक को जाता है, जहां आप सवारी वाले स्थान से अलग बिना स्थान घेरे अपने सामान को इस ट्रंक में रख सकते हैं.
स्लीक डिजाइन – डिजाइन के मामले में सेडान ने एक लंबा सफ़र तय किया है. बॉक्सिंग डिजाइन से लेकर फ्लाइंग बॉडी लाइन तक, सेडान पिछले कुछ वर्षों में काफी परिपक्व हुआ है. भारत में सेडान एक परिष्कृत एक्सटीरियर प्रदान करने के लिए अधिक वायुगतिकीय और कोणीय डिजाइन शामिल करते हैं. इस डिजाइन की बदौलत हवा का कम प्रतिरोध उत्पन्न होता है जो ईंधन की बचत के साथ पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने में मदद करता है.
बेहतरीन माइलेज – सेडान कारों की माइलेज काफी अच्छी होती है. क्योंकि सेडान, एसयूवी या पिकअप के मुकाबले हल्की होती है. कम वजन होने की वजह से इंजन पर लोड कम होता है और ये कम ईंधन में अधिक दूरी तय करती है.
अच्छा ड्राइविंग प्रदर्शन – सेडान में आपको किसी SUV के मुकाबले अच्छा ड्राइविंग अनुभव मिलेगा. तेज गति में भी लोअर सेंटर ग्रेविटी के वजह से कार काफी सुचारू रूप से रन करती है. कार की कम ऊंचाई लोअर ड्रैग को-एफिशिएंट प्रदान करती है, जिसका मतलब है कि आप तेज गति में भी कार पर अच्छा नियंत्रण बनाए रख सकते हैं.
Sedan के नुकसान
सामान के लिए कम जगह – वैसे तो सेडान में सामान रखने के लिए पीछे अलग से ट्रंक दिया गया होता है, लेकिन इस बॉक्स में केवल लिमिटेड सामान ही आ सकता है. इसमें आप हैचबैक की तरह पीछे वाली सीट फोल्ड करके ट्रंक का स्पेस नहीं बढ़ा सकते. कुछ मॉडल आते हैं जिनमें आप पीछे की सीट्स फोल्ड कर सकते हैं, लेकिन फिर भी आप अधिक स्टफ ले जाने में सक्षम नहीं हो सकते हैं.
पार्क करने में प्रॉब्लम – किसी छोटी हैचबैक की तुलना में जब सेडान को पार्क करने की बारी आती है तो यहां हैचबैक विनर साबित होती है. हैचबैक के मुकाबले अधिक लंबी होने की वजह से सेडान को ज्यादा पार्किंग स्पेस की आवश्यकता होती है, इसलिए इसे पार्क करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
ईंधन खर्च – अन्य विकल्प की बजाय सेडान अधिक वायुगतिकीय (aerodynamic) है और ये अधिक किफायती हो सकती हैं, लेकिन जब कॉम्पैक्ट हैचबैक के साथ तुलना की जाए तो ये बाजी हारती हुई दिखाई देती है. यदि आप शहर में ड्राइव करने के लिए किफायती सेडान देख रहे हैं तो इसे चुनना मुश्किल है.
छोटा हेडरूम – सेडान की ऊंचाई हैचबैक के मुकाबले पीछे से थोड़ा कम होती है. इसलिए पीछे बैठने वाले यात्रियों के लिए head room काफी कम होता है जो ट्रेवल के टाइम ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर उन्हें परेशान कर सकता है.
Hatchback क्या है? – What is Hatchback in Hindi
एक हैचबैक दो या चार खिड़कियों वाली चार पहिया कार है जिसके पीछे एक टेलगेट होता है जो ऊपर की तरफ फ्लिप होता है, इसे हैच कहते हैं. यह डिजाइन दो बॉक्स बॉडी पर आधारित है जिसमें आगे इंजन और पीछे यात्रियों के लिए या कार्गो बॉक्स होता है. आधुनिक दिनों में हैचबैक को थोड़ा मॉडिफाई कर दिया गया है, जहां स्मूथर लाइन के साथ स्पेस को भी बढ़ा दिया गया है. इसलिए वर्तमान में हैचबैक और किसी अन्य कार में अंतर कर पाना काफी कठिन हो गया है. हैचबैक को आप नीचे दी गई इमेज देख सकते हैं.
Hatchback के उदाहरण: Tata Tiago, Maruti Swift, Hyundai i20, Maruti Baleno इत्यादि.
Hatchback के फायदे
कॉम्पैक्ट डिजाइन – हैचबैक कारें शानदार सेडान कारों की तुलना में स्पेस और सुविधा प्रदान करती हैं. आप इन कारों को संकरी जगह पर आसानी से चला सकते हैं जहां आम सेडान या एसयूवी को चलाना संभव नहीं है.
कम मेंटेनेंस खर्च – भारत हैचबैक कारों के लिए एक बड़ा बाजार है. यहां मारुति की वैगन आर जैसी गाड़ियाँ अधिक चलती है. इसलिए अन्य कारों की तुलना में भारत में हैचबैक का मेंटेनेंस खर्च बहुत कम आता है. भारतीय ऑटो बाजार में इनके स्पेयर पार्ट्स काफी आसानी से मिल जाते हैं. यह केवल रिपेयर या रिप्लेसमेंट प्रोसेस को ही शीघ्रता से पूरा नहीं करता बल्कि फाइनल कॉस्ट भी कम हो जाती है.
चलाने में आसान – हैचबैक कारों को सेडान के मुकाबले ड्राइव करना काफी आसान होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इनमें सेडान की तरह अतिरिक्त गियर या जटिल कंट्रोल पैनल्स नहीं होते. इन कारों में कुछ सबसे बेसिक मॉडल शामिल होते हैं. इसलिए इन्हें नए ड्राइवर के लिए सबसे श्रेष्ठ समझा जाता है.
कम कीमत में उपलब्ध – हैचबैक कारों की कीमत सेडान, एसयूवी या अन्य कारों की तुलना में काफी कम होती है. हम मारुति ऑल्टो, वैगन आर, हुंडई सेंट्रो इत्यादि जैसी हैचबैक गाड़ियाँ 5 लाख रूपए से कम कीमत में खरीद सकते हैं. जैसा कि मैंने पहले आपको बताया, इनकी मेंटेनेंस कॉस्ट भी काफी कम होती है.
सामान के लिए अधिक जगह – आप हैचबैक गाड़ियों की डिक्की में अधिक सामान रख सकते हैं. क्योंकि डिक्की में जगह को पीछे वाली सीट फोल्ड करके बढ़ाया जा सकता है. यह उनके लिए काफी फायदेमंद है जिनकी फॅमिली छोटी है या कोई अकेले अधिक सामान के साथ सफ़र करना पसंद करता है. आजकल लोग अपनी कारों में किफायती होने की वजह से CNG ईंधन का उपयोग अधिक करते हैं. ऐसे में हैचबैक कार में CNG किट को आसानी से फिट किया जा सकता है.
Hatchback के नुकसान
कमजोर इंजन – सेडान की तुलना में हैचबैक का इंजन कम पावरफुल होता है.
कम प्राइवेसी – वैसे तो हैचबैक में सामान को कवर करने के लिए कार्गो कवर दिया गया होता है, लेकिन जब कार्गो कवर ना हो तो गाड़ी में पीछे रखे सामान को लोगों की नजरों से बचा पाना मुश्किल हो जाता है.
अधिक शोर – सेडान की तरह हैचबैक में सील्ड ट्रंक नहीं होता. दूसरे शब्दों में कहें तो पिछला भाग इंटीरियर का ही हिस्सा होता है, इसलिए यदि व्हीकल पर्याप्त रूप से इंसुलेटेड नहीं है तो ये अधिक रोड का शोर और टायर की गर्जन सुनाई देने का कारण बन सकता है.
SUV क्या है? – What is SUV in Hindi
SUV का फुल फॉर्म है “Sports Utility Vehicle”. एसयूवी एक ऐसी कार है जिसमें सड़क पर चलने वाली यात्री गाड़ी के elements को ऑफ रोड चलने वाले वाहनों के features के साथ जोड़ा जाता है. आसान भाषा में, SUV एक ऐसी कार है जिसे उच्च ड्राइविंग स्थिति प्रदान करने के लिए जमीन से ऊपर उठाया गया होता है. इसमें बड़े बूट स्पेस (डिक्की) के साथ एक विशाल इंटीरियर दिया गया होता है.
अतीत में एसयूवी पारम्परिक रूप से ऊबड़-खाबड़ रोड़ पर चलने के लिए चार पहिया ड्राइविंग ऑफ रोड़ मशीन थी, लेकिन इसकी उच्च ड्राइविंग पोजीशन और प्रैक्टिकलिटी ने इसे परिवारों के बीच तेजी से लोकप्रिय बना दिया. इसलिए निर्माताओं ने SUV को ऑफ रोड़ क्षमता के साथ अधिक आरामदायक, स्टाइलिश और कार जैसी ड्राइव के साथ पेश किया.
SUV के उदाहरण: Mahindra Scorpio, Nissan Magnite, Hyundai Creta, Toyota Fortuner, Land Rover इत्यादि.
SUV के फायदे
अधिक स्पेस – यदि आप कहीं आने जाने के दौरान अपने साथ अधिक सामान लेकर जाते हैं या आपको वीकेंड रोड ट्रिप पर जाना और अपने साथ कैम्पिंग इक्विपमेंट्स ले जाना पसंद है तो SUV में आपको इसके लिए भरपूर स्पेस मिलेगा. इसमें मिलने वाला स्टोरेज एरिया सेडान के ट्रंक की तुलना में काफी बड़ा होता है. आप सीट्स फोल्ड करके इसमें अतिरिक्त जगह भी बढ़ा सकते हैं.
अच्छी राइड हाइट – यदि आपको कार ड्राइव करते समय रोड़ पर आगे का पूरा दृश्य देखना अच्छा लगता है तो SUV आपके लिए आदर्श व्हीकल है. SUV में अधिक ऊंचाई पर ड्राइविंग सीट होने की वजह से आप रोड़ पर गढ़ों और दरारों का आसानी से पता लगा सकते हैं और उनसे बच सकते हैं. इससे गाड़ी भी लंबे समय तक अच्छी कंडीशन में बनी रहती है.
बड़ी सीटिंग कैपेसिटी – यदि आपका परिवार बड़ा है और आपके साथ सामान भी है, तो सेडान में आप सबके साथ यात्रा नहीं कर सकते. एसयूवी काफी बड़ी यात्री क्षमता के साथ आती है. इसमें आप अपनी पूरी फॅमिली के साथ आराम से कहीं पिकनिक के लिए जा सकते हैं और अपना सामान भी साथ लेकर जा सकते हैं.
सड़क से परे चलना – हैचबैक और सेडान जैसी कम हाइट वाली कारें ऑफ रोड़ नहीं चल सकती. लेकिन SUV को आप आराम से ऑफ रोड़ चला सकते हैं. यह वाहन उस स्थिति में बहुत काम का है जब आप वीकेंड के दौरान wild outdoors के लिए निकल रहे हैं. आप इसे ऊबड़ खाबड़ जगहों पर आराम से बिना किसी सड़क के चला सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि अधिकतर SUV मॉडल four-wheel drive variant के साथ आते हैं. इसलिए इनमें अन्य कारों की तुलना में अधिक पावर होती है.
बेहतर टोविंग कैपेसिटी – कुछ कारों में अपने पीछे कुछ खींचने की क्षमता होती है, लेकिन वे कुछ हद तक ही वजन को खींच पाती हैं. लेकिन SUV में आप आसानी से अधिक वजन की गाड़ी या ट्राली को खींच सकते हैं. SUV में लगा दमदार इंजन इसकी towing capacity को बढ़ा देता है.
SUV के नुकसान
अधिक कीमत – SUV की कीमत किसी सेडान या हैचबैक की तुलना में अधिक होती है. कार का साइज जितना बड़ा होगा कीमत भी उतनी ही अधिक होगी.
अधिक मेंटेनेंस खर्च – वाहन के पार्ट्स महंगे होने के साथ-साथ, SUV का अधिक वजन इसके टायर और ब्रेक पर अधिक दबाव डालता है. इसलिए वियर एंड टीयर काफी तेजी से होता है. यानी आपको कंपोनेंट्स नियमित तौर पर बदलने होंगे.
अधिक ईंधन खर्च – सामान्य कार की अपेक्षा अधिक वजन और बड़ा साइज होने की वजह से एक SUV के चलने पर अधिक ईंधन खर्च होता है. हालांकि, इन्हें अधिक fuel efficient बनाने के लिए निर्माता इनका वजन कम करने और अधिक एरोडायनामिक्स डिजाइन बनाने पर काम कर रहे हैं.
पार्क करना मुश्किल – कार का साइज अधिक बड़ा होने और वजन ज्यादा होने के कारण इसे पार्क करने में मुश्किल होती है.
CO2 उत्सर्जन – SUV ईंधन खपत अधिक होने की वजह से पर्यावरण में अधिक कार्बन छोड़ती है. इसलिए यदि आप पृथ्वी पर अपने बच्चों के भविष्य के बारे में चिंतित हैं तो यह इसे पर्यावरण के अनुकूल नहीं बनाता है.
Conclusion
उम्मीद करता हूँ आपको मेरा यह लेख “Sedan, Hatchback और SUV क्या है और इनके बीच अंतर” जरूर पसंद आया होगा. मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है Sedan, Hatchback और SUV से संबंधित सभी जानकारियां आप तक पहुंचाने की ताकि आपको इस विषय के संदर्भ में किसी दूसरी वेबसाइट पर जाने की जरूरत ना पड़े. अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो या कुछ नया सीखने को मिला हो तो कृपया इसे दूसरे सोशल मीडिया नेटवर्क पर शेयर जरुर करें.