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NFC क्या है? | NFC कैसे काम करता है?

NFC क्या है (What is NFC in Hindi) और कैसे काम करता है? दोस्तों NFC के बारे में आपने कभी ना कभी जरुर सुना होगा. NFC वो तकनीक है जिसका इस्तेमाल contactless cards, mobile devices, fastags, payment systems इत्यादि में किया जाता है.

Smartphones में NFC technology का इस्तेमाल काफी तेजी के साथ बढ़ रहा है. पहले इस तरह की technology केवल महंगे smartphones में ही देखने को मिलती थी, लेकिन आजकल यह midrange के phones में भी आने लगी है. यहाँ तक की Samsung Pay और Google Pay जैसे payment apps ने भी NFC technology का इस्तेमाल शुरू कर दिया है.

NFC शब्द सुनते ही आपके मन में यह सवाल जरुर आया होगा कि आखिर ये NFC है क्या चीज और काम कैसे करता है? इस सवाल का जवाब ढूंढने के लिए आपको अब और कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है.

आज के मेरे इस आर्टिकल में आपको NFC से संबंधित सभी जानकारियाँ बहुत ही अच्छे से समझने को मिलेगी. तो फिर बिना देर करते हुए चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं NFC क्या है और कैसे काम करता है के बारे में.

NFC क्या है? – What is NFC in Hindi

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NFC का मतलब है “Near Field Communication“, जिसका काम है नज़दीकी क्षेत्र में electronic devices के बीच communication स्थापित करना. NFC कुछ standards पर आधारित कम दूरी पर इस्तेमाल होने वाली एक wireless technology है, जो transactions, digital contents के exchange और electronics devices के बीच communication को आसान बना कर दुनियाभर के उपभोगताओं की जिंदगी को सरल और सुविधाजनक बनाता है.

इस तकनीक के माध्यम से हम दो devices के बीच, 10 cm की दूरी तक data exchange कर सकते हैं. NFC मौजूदा proximity card standard RFID का upgrade है, जो एक single device के अंदर smartcard और reader के बीच interface पैदा करता है. यह user को digital devices के बीच बिना किसी बाधा के content share करने, wirelessly bill का भुगतान करने और public transportation में अपने smartphone को electronic travelling ticket बनाने की अनुमति देता है.

NFC Devices कितने प्रकार के होते हैं?

NFC devices दो प्रकार के होते हैं: (1) Passive NFC Devices (2) Active NFC Devices

(1) Passive NFC Devices: Passive devices में किसी तरह का कोई power source नहीं होता और केवल active devices के साथ connect होते हैं. ये active devices से निकलने वाली radio waves के माध्यम से power लेते हैं. यहाँ Active device radio waves छोड़ता है और Passive device इन्हें receive करके वापस signal भेजता है. Passive device इन signals के साथ अपनी identity और information Active device तक पहुँचाता है. उदाहरण के लिए walls और advertisements पर लगे interactive signs, smart labels, file tracking इत्यादि.

(2) Active NFC Devices: Active devices के पास खुद का power source होता है. ये सामान्य active (transmitting) अवस्था और passive (receiving) अवस्था के बीच switching करके data भेज और प्राप्त कर सकते हैं. इसका सबसे अच्छा उदाहरण smartphones है, जहाँ दो devices के बीच NFC तकनीक का इस्तेमाल करके data share किया जाता है. Contactless payment terminals और public transport card readers भी active devices के अच्छे उदाहरण हैं.

NFC कैसे काम करता है? – How does NFC work in Hindi

NFC एक कम दूरी पर काम करने वाली technology है जो Radio Frequency Identification (RFID) standards का इस्तेमाल करती है. यह तकनीक दो compatible devices के बीच short-range communication को सक्षम बनाती है. इसमें दो devices की जरूरत होती है, एक signal को transmit (Active NFC device) करने के लिए, दूसरा signal को receive (Passive NFC device) करने के लिए.

NFC technology में signal को भेजने और प्राप्त करने के लिए magnetic coupling का इस्तेमाल होता है. जब दो NFC enabled devices 10 cm की दूरी के अंदर एक दूसरे के संपर्क में आते हैं, तब वे अपने बीच एक electromagnetic field पैदा करते हैं. इस electromagnetic field की मदद से ही active device, passive device को power up करके इसके साथ communication स्थापित करता है.

यहाँ active device विशेष passive device से मिलने वाले signals के variation level को प्राप्त करता है और उन्हें signal के तौर पर पढता है. Active NFC device में लगे detector और decoder circuit के माध्यम से passive NFC device से मिलने वाले signals को समझा जाता है और उपयुक्त जानकारी निकाल ली जाती है. अब किसी application या host computer द्वारा इन जानकारियों को पढ़ा जाता है और next step लिया जाता है.

NFC technology भी Bluetooth और WiFi, और दूसरे wireless signals के सभी तरीकों की तरह radio waves के माध्यम से information भेजने के सिद्धांत पर कार्य करती है. NFC में data transmission frequency 13.56 Megahertz होती है. जहाँ आप data को 106 kbps, 212 kbps या 424 kbps की speed से transfer किया जा सकता है.

NFC standard में operation के तीन अलग-अलग modes हैं:

  1. Peer-to-peer mode
  2. Read/Write Mode
  3. Card emulation Mode

1. Peer-to-peer mode – यह दो NFC enabled devices को एक दूसरे के साथ information share करने की अनुमति देता है. इसे two-way communication भी कहा जाता है. इस mode में दोनों devices, data भेजने के दौरान active और प्राप्त करने के दौरान passive के बीच में switch करते रहते हैं.
2. Read/Write Mode – इसे हम one-way data transmission भी कह सकते हैं. इसमें active device, जैसे की आपका smartphone, दूसरे device के साथ जुड़ता है और इससे information प्राप्त करता है. NFC विज्ञापन tags में इसका इस्तेमाल किया जाता है.
3. Card emulation Mode – यहाँ NFC device का उपयोग payments करने के लिए एक smart या contactless credit card के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही इसका इस्तेमाल public transportation system में भी किया जाता है.

NFC devices की Read Range कितनी होती है?

Magnetic field बनाने की आवश्यकता के कारण, NFC Devices की read range 1 cm से लेकर 10 cm के बीच होती है.

Smartphone में NFC का इस्तेमाल कैसे करें?

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Near Field Communication (NFC)

NFC के जरिए आपको data transfer करने के लिए bluetooth या wifi की तरह, किसी भी तरह के manual pairing या device search करने की जरूरत नहीं है. जैसे ही दो NFC devices 10 cm की दूरी में एक दूसरे के संपर्क में आते हैं, ये automatically connect हो जाते हैं और communication शुरू कर देते हैं, इस दौरान devices user को संकेत भेजना शुरू कर देते हैं. चलिए जानते हैं NFC का इस्तेमाल कैसे किया जाता है के बारे में.

किन्ही दो devices के बीच NFC का इस्तेमाल आप नीचे बताए गए तरीकों से कर सकते हैं:

Data Share करने के लिए – अगर आपके पास NFC enabled smartphone है और आप इसे किसी दूसरे NFC enabled smartphone के range में लाते हैं तो आपके पास एक message आएगा, जो आपको contents को beam करने के लिए पूछेगा. आपके allow करने के बाद दोनों devices के बीच files ( videos, photos, audios या contact information) की sharing शुरू हो जाएगी.

Digital Wallet के तौर पर – जैसे ही आप अपने smartphone को किसी contactless reader या payment point की range में लाते हैं, तब आपका digital wallet या passbook payment confirm करने के लिए पूछेगा. अगर आप confirm कर देते हैं तो payment successful हो जाएगा.

Bluetooth Speakers के लिए – अगर आपके पास NFC से लैस bluetooth speakers है, तो आपको अपने phone पर एक simple tap करना है और आप speakers पर wirelessly music का आनंद ले सकते हैं. यहाँ साधारण ब्लूटूथ speakers की अपेक्षा connect होना बहुत आसान है.

PC को remotely start करने के लिए – आप एक NFC tag और smartphone की मदद से आसानी से अपने computer को remotely start कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपने smartphone पर कुछ android apps, जैसे Tasker, WoL Wake on LAN और Trigger को download करना है. इसके अपने windows computer पर कुछ settings करनी है और अपने phone को desk पर रख देना है. अब जैसे ही आप अपने smartphone पर power button switch on करोगे आपका computer automatically चालू हो जाएगा.

अपने Android Smartphone में NFC है या नहीं कैसे पता करें?

आपके android phone में NFC है या नहीं इसके लिए नीचे दिए गए steps को follow करें:

  • सबसे पहले अपने phone की “Settings” में जाएं
  • इसके बाद “More या Settings” पर क्लिक करें
  • अब “Wireless & Networks” पर क्लिक करें

अगर आपको यहाँ NFC option दिखाई देता है तो इसका मतलब आपके smartphone में NFC है. आजकल के smartphones में rear panel पर भी NFC का logo दिया हुआ होता है, जिससे आप बाहर से भी NFC का पता लगा सकते हैं.

NFC के Advantages

NFC technology के फायदे कुछ इस प्रकार हैं:

  • NFC के जरिए आप अपने smartphone में wallet app की मदद से आसानी से cashless payment कर सकते हैं.
  • इसका इस्तेमाल multiple applications के लिए किया जा सकता है, जैसे tickets की booking, reservation, banking, entry/exit passes इत्यादि.
  • यह customers और enterprises दोनों के लिए सुविधाजनक है.
  • इसमें connectivity स्थापित करने के लिए bluetooth या दूसरे wireless connection की तरह device को search या pairing करने की जरूरत नहीं पड़ती.
  • यह मौजूदा RFID networks के compatible है.
  • यह students और employees को उनके परिसर में एक secured access प्रदान करता है.
  • यह magnetic strip based debit और credit card की अपेक्षा अधिक secure होता है. इसमें भी PIN का इस्तेमाल होता है.
  • इसके लिए किसी special software की जरूरत नहीं पड़ती. इसके अलावा किसी तरह की manual configuration और settings की भी जरूरत नहीं पड़ती.
  • NFC का इस्तेमाल किसी workplace पर staff communication के लिए भी किया जा सकता है.
  • आप किसी smart poster से एक simple touch के जरिए अपने phone पर सभी informations निकाल सकते हैं.

NFC के Disadvantages

NFC के disadvantages कुछ इस प्रकार हैं:

  • यह बहुत ही कम दूरी पर काम करता है, क्योंकि इसकी range 10 cm तक ही होती है.
  • कंपनियों के लिए NFC enabled devices अपनाना काफी महँगा पड़ता है.
  • इसमें data transfer rate काफी कम होता है, जो कि 106 या 212 या 424 kbps का होता है.
  • दूसरे easy options की अपेक्षा जटिल प्रक्रियाओं की वजह से यह users के लिए अधिक फ़ायदेमंद नहीं है.
  • NFC enabled devices में power consumption अधिक होती है.
  • हालांकि यह credit/debit based card system से ज्यादा सुरक्षित है, लेकिन फिर भी पूरी तरह से risk free नहीं है. क्योंकि advanced tools और techniques की वजह से smartphones को hack करना आजकल काफी common हो गया है, जो कि smart devices का complete access प्रदान करते हैं.

NFC Technology के इस्तेमाल क्या-क्या हैं?

अभी हमने ऊपर जो कुछ भी पढ़ा उससे यह तो समझ आया गया की NFC है क्या और काम कैसे करता है, और इसके smartphone में इस्तेमाल के साथ-साथ फायदे और नुकसान के बारे में भी समझ लिया. अब हम जानेंगे NFC technology का इस्तेमाल किन क्षेत्रों में और कैसे किया जाता है के बारे में. तो चलिए शुरू करते हैं.

  1. Contactless Card Payment के लिए – NFC enabled device की मदद से आप अपने smartphone को digital wallet में बदल सकते हैं. यहाँ आपको ना ही card swipe करना है और ना ही cash की गिनती. बस अपने smartphone को NFC enabled payment desk पर wave करना है और आपका payment हो जाएगा. जैसे ही payment success होगा आपको paper receipt की जगह एक mail आ जाएगा. आने वाले दिनों में इस तरह की payment services बड़ी संख्या में उभर कर सामने आएँगी.
  2. Easy Transportation के लिए – NFC लगभग सभी contactless readers और smartcards के साथ काम करता है, इसका अर्थ है कि इसे उन public transport payment system में आसानी से शामिल किया जा सकता है जो smart card swipe का भी इस्तेमाल करते हैं.
  3. Healthcare Activities के लिए – सुनकर थोड़ा अजीब लगा होगा कि Health और NFC के बीच में कैसे संबंध हो सकता है, लेकिन ये बात सच है. NFC का इस्तेमाल Healthcare activities के लिए भी काफी मददगार है. यह medicine prescribe करते वक़्त greater accuracy और convenience प्रदान करता है. यह doctors और nurses के लिए check in के समय किसी particular patient की details को track करने में भी मदद करता है.
    इसके इस्तेमाल से medical professionals बड़ी आसानी से shedules चेक कर सकते हैं और medical equipments को access कर सकते हैं.
  4. Theft Control – NFC tags का इस्तेमाल करके आप valuable things को चोरी होने से बचा सकते हैं. अगर किसी object में smart tag लगा हुआ है और वह object किसी RFID proximity के पास से गुजरेगा तो alarm बजना शुरू हो जाएगा.
  5. Logistic और Shipping में – NFC तकनीक का इस्तेमाल logistic और shipping industries में भी काफी किया जाता है. यहाँ RFID/NFC tags का इस्तेमाल करके goods को ढंग से monitor और track किया जा सकता है. इसके इस्तेमाल से error के chances कम हो जाते हैं.
  6. Manufacturing Industries में – Smart/NFC tags का इस्तेमाल modern manufacturing industries में किया जाता है. इसकी मदद से product को process के दौरान किसी भी stage पर identify किया जा सकता है. NFC tags से product को शिपमेंट के दौरान track भी किया जा सकता है. NFC tags products को एक unique identification number प्रदान करते हैं जो इसे अच्छे से manage करने में मदद करता है.साथ ही इसका इस्तेमाल product के warranty period, service और maintenance के लिए भी किया जा सकता है.
  7. Smart Inventory Management के लिए – NFC या RFID tag कि मदद से हम बेहतर तरीके से inventory management कर सकते हैं. हम smart inventory management software को real-time में update करके stock में रखे items की संख्या और वो कब खत्म होने वाले हैं जैसी जानकारियां पहले ही प्राप्त कर सकते हैं.
  8. Keyless Access के लिए – NFC tags का इस्तेमाल आप restricted areas और doors को access करने के लिए कर सकते हैं. साथ ही आप इसका इस्तेमाल identification badges और vehicles को भी access करने के लिए कर सकते हैं.
  9. Advertisement के लिए – NFC का इस्तेमाल किसी smart poster से information और money saving offers का पता करने के लिए किया जा सकता है. इसके लिए poster में NFC tag लगाया जाता है जहाँ आप अपने NFC enabled device की मदद से इसे read करके, किसी product से जुड़ी जानकारियाँ आसानी से निकाल सकते हैं.

Conclusion

मुझे उम्मीद है ऊपर बताई गई NFC से जुड़ी जानकारियां पढ़ने के बाद आपको “NFC क्या है और कैसे काम करता है” अच्छी तरह से समझ आ गया होगा. मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है NFC क्या है (What is NFC in Hindi) विषय से संबंधित सभी जानकारियों को अच्छे से explain करने की ताकि इसके संदर्भ में आपको किसी दूसरी website पर जाने की जरूरत ना पड़े.

अगर अभी भी कोई जानकारी रह गई है या NFC से जुड़ा आपके मन में कोई सवाल है, तो आप नीचे comment box में comment करके पूछ सकते हैं. कृपया मेरी इस post को social media पर, जैसे Facebook, Whatsapp और Twitter पर share जरुर करें.

Rahul Chauhan
Rahul Chauhanhttps://hindivibe.com/
Rahul Chauhan, Hindivibe के Author और Founder हैं. ये एक B.Tech डिग्री होल्डर हैं. इन्हें विज्ञान और तकनीक से संबंधित चीजों के बारे में जानना और लोगों के साथ शेयर करना अच्छा लगता है. यह अपने ब्लॉग पर ऐसी जानकारियां शेयर करते हैं, जिनसे कुछ नया सिखने को मिले और लोगों के काम आए.

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